देश को डरा रही कोरोना की रफ्तार, 15 दिन में एक लाख से दो लाख हो गये संक्रमण के मामले

देश- दुनिया में कोरोनावायरस का कहर जारी है. भारत में संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 15 दिनों में भारत में संक्रमितों की संख्या लगभग दो गुनी हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,07,615 हो गई है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2020 12:04 PM

देश- दुनिया में कोरोना वायरस का कहर जारी है. भारत में संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 15 दिनों में भारत में संक्रमितों की संख्या लगभग दो गुनी हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2,07,615 हो गई है. मरने वालों की संख्या 5,815 हो गई है. पिछले 24 घंटों में 8909 नए मामले और 217 मौतें हुई हैं.

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आंकड़ों के अनुसार देश में 101497 सक्रिय कोरोना वायरस मामले हैं जबकि 100302 लोग अब संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. पिछले 15 दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के लगभग एक लाख मामले सामने आये हैं. चीन के वुहान से निकलकर दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक तीन लाख 82 हजार 368 लोगों की जान जा चुकी है. संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 64 लाख के पार पहुंच गया है .


100 से ज्यादा दिन में एक लाख मामले 

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में 70 फीसदी से अधिक कोविड-19 मौतें कॉम्बिडिटी (दूसरी स्वास्थ्य समस्याएं ) वाले लोगों की होती हैं. भारत के पहले कोविंड-19 मामले का 30 जनवरी को केरल में पता चला था, जबकि 19 मई को यह आंकड़ा एक लाख पार हो गया. एक लाख के आंकड़े को पार करने के 110 दिन लगे. हालांकि तब से 15 दिनों में 1 लाख नए मामलों का पता चला है. सरकार ने इस दौरान बीमारी से लड़ने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार किया है.

दुनिया से तुलना गलत

स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कोविड-19 स्थिति पर मंगलवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ मामलों की कुल संख्या और भारत के सातवें स्थान पर पहुंचने पर ही ध्यान देना गलत है. उन्होंने कहा कि देशों की आबादी पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि करीब 14 देश जिनकी कुल आबादी भारत के बराबर है, वहां कोरोना वायरस के कारण हुयी मौतें 55.2 गुना अधिक हैं. अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 के मामले में हमारी मृत्यु दर 2.82 प्रतिशत और यह दुनिया में सबसे कम है जबकि वैश्विक मृत्यु दर 6.13 प्रतिशत है.


भारत में कोरोना का पीक सीजन बाकी

आईसीएमआर की वैज्ञानिक डॉ. निवेदिता गुप्ता की मानें तो भारत कोरोना के पीक सीजन से अभी बहुत दूर है. उन्होंने कहा है कि कोरोना को रोकने के लिए हमारी कोशिशें और सरकार द्वारा लिए गए फैसले काफी कारगर साबित हो रहे हैं. यही वजह है कि बाकी देशों की तुलना में हमारी स्थिति काफी बेहतर है. ICMRवो आगे कहती हैं कि ऐसे समय में हमारी पूरी कोशिश कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने की होनी चाहिए.

भारत में रेमडेसिवीर के उपयोग को मंजूरी

भारत के दवा नियामक निकाय केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने कोविड-19 के इलाज के लिए एंटी-वायरल दवा रेमडेसिवीर के उपयोग को मंज़ूरी दे दी है. अब अस्पताल में भर्ती लोगों को आपातस्थिति में ये दवा दी जा सकेगी. सीडीएससीओ के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि देश के कोविड-19 के तेज़ी से बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. ये दवा इंजेक्शन के रूप में उपलब्ध होगी और रिटेल में इसकी बिक्री डॉक्टर के पर्चे पर, अस्पताल में इस्तेमाल के लिए ही हो सकेगी.

Posted By: Utpal kant

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