सूत्रों के अनुसार, वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति की पहचान ऋषि भट्ट के रूप में हुई है. ऋषि जिप लाइन का रोमांच ले रहे थे और उस वक्त गोलीबारी के बारे में में कोई जानकारी नहीं थी. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह मोबाइल कैमरे में व्यस्त थे और नीचे हो रही वारदात से अनभिज्ञ थे.
‘अल्लाहू-अकबर’ के नारे और संदिग्ध गतिविधियां
वीडियो में एक और अहम बिंदु सामने आया है जिप लाइन पर ऋषि को धक्का देने वाला व्यक्ति “अल्लाहू-अकबर” का नारा लगाते हुए सुना जा सकता है. इसी क्षण नीचे गोलीबारी शुरू हो जाती है, जिससे इस व्यक्ति की भूमिका पर संदेह गहराता जा रहा है. एनआईए ने न केवल ऋषि भट्ट से पूछताछ की है, बल्कि उस व्यक्ति से भी पूछताछ शुरू कर दी है जो उन्हें जिप लाइन पर धक्का दे रहा था.
हमले का वीडियो और लोगों की अफरा-तफरी
वीडियो में दिख रहा है कि जैसे ही गोलीबारी शुरू होती है, नीचे मौजूद पर्यटकों और स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मच जाती है. लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आते हैं. एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद गिरते हुए भी देखा जा सकता है, जिससे इस हमले की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
NIA जांच में जुटी
एनआईए ने वीडियो को सबूत के तौर पर जांच में शामिल कर लिया है और यह माना जा रहा है कि वीडियो में मौजूद संदिग्ध की पहचान और उसकी भूमिका पर जांच एजेंसी गहराई से काम कर रही है. इस वीडियो ने जांच की दिशा को एक नया मोड़ दे दिया है, जिससे हमले में किसी ‘अंदरूनी’ साजिश की आशंका भी बढ़ गई है.