अलप्पुज़ा का स्नैक बोट रेस

कोचीन से 80 किलोमीटर दूर एक छोटा-सा शहर है अलप्पुज़ा, लेकिन यह शहर पूरी दुनिया में मशहूर है. आप सोचते होंगे ऐसी क्या बात है यहां. जी हां, आज हम आप को ले आये हैं ऐसे ही एक उत्सव में जिसकी धूम पूरी दुनिया में होती है.इसका कारण है यहां हर साल अगस्त के हर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 5:52 PM
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कोचीन से 80 किलोमीटर दूर एक छोटा-सा शहर है अलप्पुज़ा, लेकिन यह शहर पूरी दुनिया में मशहूर है. आप सोचते होंगे ऐसी क्या बात है यहां. जी हां, आज हम आप को ले आये हैं ऐसे ही एक उत्सव में जिसकी धूम पूरी दुनिया में होती है.इसका कारण है यहां हर साल अगस्त के हर दूसरे शनिवार को आयोजित की जाने वाली नेहरू ट्रॉफी बोट रेस.

पंडित नेहरू की इस यात्रा के स्वागत में यहां के लोकल लोग बहुत उत्साहित थे. उन्होंने पंडित नेहरू के स्वागत में उनकी बोट के साथ कुछ लोकल स्नेक बोट्स भी चल रही थीं. इन बोट्स को चलाने वाले ऊर्जा से भरे हुए नौजवानों ने रेस लगाई और इस तरह इस रेस की शुरुआत हुई. पंडित नेहरू लोकल लोगों के इस आपसी सौहार्द और प्रतिस्पर्धा के स्वस्थ प्रदर्शन से इतने प्रभावित हुए कि वापस दिल्ली आकर उन्होने चांदी की एक बोट के आकर की ट्रॉफी बनवाई और इस रेस को समर्पित की. तभी से इस रेस की शुरुआत हुई.

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