वे किताबें, जिन पर इस साल रही नजर

डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह संपादक, चौपाल साल 2018 की जिन किताबों को लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा, उनमें सबसे पहले केदारनाथ सिंह के कविता संग्रह ‘मतदान केंद्र पर झपकी’ का नाम है. यह किताब केदारनाथ सिंह ने स्वयं तैयार कर दी थी लेकिन आकस्मिक निधन के कारण वे इसे प्रकाशित न देख सके. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 30, 2018 5:08 AM
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