Mangal Gochar 2025 : मंगल कर्क राशि में गोचर करेगा, जो भूमि, भवन और सेना का कारक ग्रह माना जाता है. मंगल को सेनापति का दर्जा प्राप्त है और इसे सबसे क्रूर ग्रह के रूप में जाना जाता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति को साहस मिलता है और कार्य करने की क्षमता में वृद्धि होती है. मंगल एक पुरुष ग्रह है, जो व्यक्ति को सभी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने का साहस प्रदान करता है. अब तक मंगल मिथुन राशि में था, लेकिन अब यह कर्क राशि में प्रवेश करेगा.
मंगल का कर्क राशि में गोचर ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. मंगल शक्ति का प्रतीक है और सेना तथा पुलिस का कारक ग्रह है. यह अग्नि तत्व की राशि है और व्यक्ति को यशस्वी बनाता है. मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है, जबकि कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है. चंद्रमा स्त्री कारक ग्रह है और जल तत्व की राशि है, जिसके प्रभाव से व्यक्ति की सुंदरता में वृद्धि होती है. चंद्रमा सबसे शीतल और शांत ग्रह है, जो व्यक्ति को प्रेम संबंधों में भी सहायता करता है.
कब करेगे मंगल गोचर.
कब होगा मंगल का कर्क राशि में गोचर
03 अप्रैल 2025 सुबह 01:56 मिनट पर मिथुन राशि से निकालकर कर्क राशि में गोचर करेंगे.
मंगल से मेष राशि से मीन राशि वाले के लिए कैसा रहेगा.
मेष
मेष राशि के जातक के लिए मंगल पहले और आठवें भाव का स्वामी है, जो चौथे भाव में गोचर कर रहा है. इससे नौकरी में प्रगति की संभावना है और आय भी संतोषजनक रहेगी. हालांकि, पारिवारिक विवाद बढ़ सकते हैं और पत्नी के साथ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं. माता के स्वास्थ्य में कुछ समस्याएं आ सकती हैं.
वृष
वृष राशि के जातक के लिए मंगल सातवें और द्वादश भाव का स्वामी है, जो तीसरे भाव में गोचर कर रहा है. इससे बातचीत के तरीके में बदलाव आएगा और मित्रों तथा परिवार से सहयोग प्राप्त होगा. संतान की शिक्षा में प्रगति होगी, लेकिन प्रेम संबंधों में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं. चिकित्सा और डॉक्टर से संबंधित कार्य करने वालों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा और लाभ की संभावना भी अच्छी है.
मिथुन
मिथुन राशि के जातक के लिए मंगल छठे और एकादश भाव का स्वामी है. वर्तमान में मंगल आपके दूसरे भाव में गोचर कर रहा है, इसलिए आपको सावधानी बरतनी चाहिए और अनावश्यक विवादों से दूर रहना चाहिए. आपके पराक्रम में वृद्धि होगी, और संपत्ति से संबंधित कार्यों में अच्छा लाभ प्राप्त होगा. भाई-बहनों का सहयोग मिलेगा, और शत्रुओं पराजित होंगे. धार्मिक कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी.
कर्क
कर्क राशि के जातक के लिए मंगल पंचम और दशम भाव का स्वामी है. इस समय मंगल आपके पहले भाव में गोचर कर रहा है, जिससे बेवजह के झगड़े और विवाद उत्पन्न हो सकते हैं. कोर्ट-कचहरी के मामलों में बाधाएं आ सकती हैं, और परिवार के सदस्यों का सहयोग नहीं मिलेगा. माता-पिता का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा, और मकान का निर्माण होगा. स्वास्थ्य पर ध्यान दें, क्योंकि चोट लगने की संभावना है.
सिंह
सिंह राशि के जातक के लिए मंगल चौथे और नवम भाव का स्वामी है. इस समय मंगल आपके द्वादश भाव में गोचर करेगा, जिससे खर्चों में वृद्धि हो सकती है. इस अवधि में अपने क्रोध पर नियंत्रण रखना आवश्यक है. किसी भी विषय पर जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचें, लेकिन आपका मनोबल ऊँचा रहेगा. भाई-बहनों से सहयोग प्राप्त होगा और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी. स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है.
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है. इस समय मंगल आपके एकादश भाव में गोचर करेगा, जिससे आपकी आय संतोषजनक रहेगी. संपत्ति से संबंधित व्यापार में अच्छा लाभ मिलने की संभावना है. आय के स्रोत भी मजबूत रहेंगे. परिवार का सहयोग मिलेगा और संतान की शिक्षा में प्रगति होगी. इंजीनियरिंग और चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे छात्रों को विशेष लाभ होगा, और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी.
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और सातवें भाव का स्वामी है. इस समय मंगल आपके दशम भाव में गोचर करेगा, जिससे आपको अच्छा लाभ प्राप्त होगा. व्यापार में उन्नति होगी और धन की प्राप्ति होगी.
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातक के लिए मंगल पहले और छठे भाव का स्वामी है. मंगल आपके नवम भाव में गोचर करेगा, जिससे परिवार में मांगलिक कार्य होंगे. धार्मिक गतिविधियों में आपकी रुचि बढ़ेगी, मनोबल में सुधार होगा और व्यापार में लाभ की संभावना है. हालांकि, खर्चों में वृद्धि हो सकती है और भाई-बहनों से सहयोग में कमी आ सकती है. माता का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहेगा.
धनु
धनु राशि के जातक के लिए मंगल द्वादश और पांचवे भाव का स्वामी है. मंगल आपके आठवें भाव में गोचर करेगा, जिससे निर्णय लेने की क्षमता में कमी आ सकती है और वैवाहिक जीवन में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. ससुराल पक्ष से लाभ प्राप्त होगा और मित्रों का सहयोग भी मिलेगा. व्यापार में अधिक मेहनत करनी पड़ेगी, जबकि भूमि विवाद में आपको लाभ मिलने की संभावना है.
मकर
मकर राशि के जातक के लिए शनि एकादश और चौथे भाव का स्वामी है, जो आपके सातवें भाव में गोचर कर रहा है. इससे व्यापार में लाभ की संभावना है, विशेषकर निर्माण से संबंधित कार्यों में. ठेकेदारी के क्षेत्र में भी अच्छा लाभ प्राप्त होगा. हालांकि, पत्नी के साथ मतभेद हो सकते हैं और परिवार में विवाद उत्पन्न हो सकता है. मित्रों का सहयोग भी नहीं मिलेगा.
कुम्भ
कुम्भ राशि के जातक के लिए मंगल दशम और तीसरे भाव का स्वामी है, जो आपके छठे भाव में गोचर कर रहा है. इससे शत्रुओं पराजित होंगे और पुराने विवाद समाप्त होंगे. परिवार में धार्मिक आयोजन की संभावना है. खर्चों पर नियंत्रण रखें और अपनी वाणी पर संयम बरतें, विवादों से दूर रहें. इस माह स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा, विशेषकर बावशीर और रक्त संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
मीन
मीन राशि के जातक के लिए मंगल नवम और दूसरे भाव का स्वामी है, जो आपके पांचवे भाव में गोचर कर रहा है. यह विद्यार्थियों के लिए अनुकूल नहीं रहेगा.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
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