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आधी पिचों पर प्रशिक्षण लिया करता था सचिन
सचिन के करियर के शुरुआती दिनों में आकार देने वाले बीड के सबसे लोकप्रिय को में से एक शेख अजहर ने कहा, ‘हमारे पास यहां (बीड में) केवल आधी पिचें (लगभग 11 गज) हैं. सचिन साढ़े चार साल की उम्र में अपने पिता के जब यहां आये थे तब उन्होंने भी आधी पिचों पर प्रशिक्षण लिया था.’ इस खिलाड़ी का नाम महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से प्रेरित है और वह मैदान पर तेंदुलकर की तरह 10 नंबर के साथ जर्सी पहनते हैं. वह हालांकि विराट कोहली के प्रशंसक है.
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सचिन ने अपनी मां से सिखा है अनुशासन
सचिन के पिता संजय ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब 2005 में उसका जन्म हुआ तो मैंने उनका नाम सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा क्योंकि मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक था, लेकिन वह विराट कोहली को भी बहुत पसंद करता है.’ उन्होंने कहा, ‘सचिन का कोई दोस्त नहीं है. मैं ही उसका दोस्त हूं. वह किसी शादी, किसी जन्मदिन में कहीं नहीं गया. मैंने ऐसा कुछ नहीं करने दिया जिससे उसका ध्यान क्रिकेट से हटे.’ उन्होंने कहा, ‘उसकी मां पुलिस में है तो वह बहुत अनुशासित है.’ इस बीच संजय के पास बेटे की शानदार पारी के लिए बधाई देने के लिए लगातार फोन कॉल आ रहे थे. सचिन की मां सुरेखा 2010 में महाराष्ट्र पुलिस से जुड़ी और वह अब सहायक पुलिस निरीक्षक के पद पर है.
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सचिन की मां को नहीं पसंद था कि सचिन क्रिकेट खेले
संजय ने कहा, ‘एक पुलिस अधिकारी के तौर पर उनके काम के घंटे तय नहीं हैं और वह कभी नहीं चाहती थीं कि सचिन का पूरा ध्यान क्रिकेट पर रहे. इस बात को लेकर बीच मतभेद थे लेकिन मैं जानता था कि मेरा बेटा क्रिकेटर ही बनेगा.’ उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘धीरे-धीरे वह समझ गई और अब ड्यूटी के बीच में अपने फोन पर विश्व कप के मैच देखती है.’ सचिन के अभ्यास के घंटों के बारे में पूछे जाने पर संजय ने कहा, ‘वह सुबह चार घंटे और शाम को साढ़े तीन घंटे अभ्यास करता है, इसमें जिम का समय भी शामिल है. मुझे कोच अजहर को श्रेय देना चाहिए. उनके बिना हमने यह दिन नहीं देखा होता.’
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