रवि शास्त्री ने द आईसीसी रिव्यू शो पर कहा, “मैंने रोहित को कई बार टॉस के समय देखा. टॉस के दौरान ज़्यादा बातचीत का समय नहीं होता. हालांकि, मैंने एक मैच के दौरान, मुझे लगता है वह मुंबई में था, उनके कंधे पर हाथ रखा और कहा, अगर मैं कोच होता तो तुम वो आखिरी टेस्ट मैच ज़रूर खेलते. तुम्हें वो आखिरी टेस्ट खेलना चाहिए था क्योंकि सीरीज खत्म नहीं हुई थी. और मैं वो इंसान नहीं हूं जो 2-1 के स्कोरलाइन पर हार मान ले. अगर तुम्हारा माइंडसेट ऐसा है कि… ये वो समय नहीं होता जब आप टीम को छोड़ देते हो.”
अपने बेटे के जन्म के कारण रोहित पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट से बाहर रहे, लेकिन इसके बाद उन्होंने तीन टेस्ट खेले और सिर्फ 31 रन ही बना सके. इस खराब प्रदर्शन की वजह से 38 वर्षीय रोहित जनवरी में सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट से बाहर रहे. सीरीज उस वक्त 2-1 की स्थिति में थी. शास्त्री ने बताया कि क्यों रोहित को सिडनी टेस्ट खेलना चाहिए था. उन्होंने कहा, “वो 30-40 रन का मैच था और मैंने रोहित से यही कहा. सिडनी की पिच बहुत ‘स्पाइसी’ थी. चाहे उनका फॉर्म जैसा भी रहा हो, वो एक मैच विनर हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “अगर वो उतरते, परिस्थिति को समझते, हालात को पढ़ते और ऊपर से 35-40 रन भी ठोक देते, तो कुछ भी हो सकता था. सीरीज बराबरी पर खत्म हो सकती थी. लेकिन हर किसी का अपना तरीका होता है. मेरा तरीका ये होता और मैंने उन्हें बता भी दिया. ये बात मेरे दिल में लंबे समय से थी. अब जाकर मैंने उसे बाहर निकाला और रोहित को बता दिया.”
अब जब रोहित और विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, भारत टेस्ट क्रिकेट के एक नए युग में कदम रखने जा रहा है. यह नई शुरुआत इंग्लैंड के पांच टेस्ट मैचों के बहुप्रतीक्षित दौरे से होगी, जो 20 जून से हेडिंग्ले में शुरू होगा. ये पांच टेस्ट भारत के लिए नए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की भी शुरुआत होंगे. इस दौरे के लिए भारत को टेस्ट टीम के कप्तान का चुनाव भी करना होगा, इसके लिए शुभमन गिल, ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह का नाम सबसे आगे चल रहा है. बीसीसीआई 23 मई तक अपनी टीम की घोषणा कर सकता है.
RCB में शामिल होते समय ‘दुखी’ और ‘गुस्से’ में क्यों थे पाटीदार? 3 साल बाद किया खुलासा
Video: दो शॉट खेले जॉनी, पहली बार 10 तो दोबारा 5 सेकेंड बने स्टेचू, लोग बोले- गलती सुधार रहे बेयरस्टो
IPL 2025 Restart RCB vs KKR: कोहली और आरसीबी के लिए खास मौका, केकेआर के लिए करो या मरो