टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक प्रीति जिंटा ने 21 अप्रैल को हुई एक असाधारण आम बैठक (EGM) की वैधता को अदालत में चुनौती दी. उनका दावा है कि यह बैठक कंपनी अधिनियम, 2013 और अन्य सचिवीय नियमों के तहत उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना आयोजित की गई. जिंटा का कहना है कि उन्होंने 10 अप्रैल को ईमेल के माध्यम से इस बैठक पर आपत्ति जताई थी, लेकिन उनकी आपत्तियों को नजरअंदाज कर दिया गया. उनका आरोप है कि मोहित बर्मन ने नेस वाडिया के समर्थन से बैठक आगे बढ़ाई.
हालांकि प्रीति जिंटा और एक अन्य निदेशक करन पॉल इस बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन उन्होंने अदालत से इसे अमान्य घोषित करने की मांग की है. उनका मुख्य विरोध बैठक में मुनीश खन्ना को निदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने को लेकर है, जिसका उन्होंने और पॉल ने विरोध किया था. अपनी याचिका में जिंटा ने अदालत से मांग की है कि मुनीश खन्ना को निदेशक के रूप में काम करने से रोका जाए और कंपनी को उस बैठक में लिए गए किसी भी निर्णय को लागू करने से भी रोका जाए. इसके अलावा, उन्होंने अदालत से यह भी अनुरोध किया है कि जब तक मामला हल नहीं हो जाता, तब तक कंपनी कोई भी बोर्ड या आम बैठक करन पॉल और उनके बिना और मुनीश खन्ना की भागीदारी के बिना न कर सके.
इन कानूनी विवादों के बावजूद, प्रीति जिंटा मौजूदा आईपीएल 2025 सीज़न में स्टेडियम से पंजाब किंग्स का समर्थन करती रही हैं. यह सीजन टीम के लिए अब तक काफी मजबूत रहा है. श्रेयस अय्यर की अगुवाई में पंजाब किंग्स ने 2014 के बाद पहली बार प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया है. टीम 12 मैचों में 17 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है और शीर्ष दो में जगह बनाने की कोशिश में है. पंजाब किंग्स का अगला मुकाबला शनिवार (24 मई) को जयपुर में दिल्ली कैपिटल्स से और सोमवार (26 मई) को मुंबई इंडियंस से होगा, जो लीग चरण के उनके अंतिम दो मैच होंगे.
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