क्यों नहीं था रोहित शर्मा का नाम?
एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि एमएस धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम ने भारत में 2011 का वनडे विश्व कप जीता था. सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट कोहली जैसे युवा खिलाड़ी टीम का हिस्सा थे. धोनी को टीम इंडिया में शामिल इन सितारों का आशीर्वाद मिला और उन्होंने भारत को दूसरा वर्ल्ड कप विजेता बनाया. हालांकि उस जीत के वर्षों बाद बंगाल के पूर्व बल्लेबाज राजा वेंकट ने रेवस्पोर्ट्स से बात करते हुए रोहित शर्मा को लेकर बड़ा खुलासा किया. बता दें कि वेंकट 2008 और 2012 के बीच पुरुषों की राष्ट्रीय टीम के सेलेक्शन पैनल का हिस्सा थे. उनके मुताबिक वह धोनी ही थे जो लेग स्पिनर पीयूष चावला को टीम में लेना चाहते थे और यही कारण था कि रोहित शर्मा को भारतीय स्क्वाड में जगह नहीं मिली.
रोहित शर्मा के चुने जाने का पूरा चांस था
वेंकट के मुताबिक जब हम 2011 ODI World Cup के लिए टीम में खिलाड़ियों का चयन करने बैठे तो रोहित शर्मा के चुने जाने का पूरा चांस था. यशपाल शर्मा और मैं उस समय दक्षिण अफ्रीका में थे क्योंकि भारत दक्षिण अफ्रीका में टूर्नामेंट खेल रहा था और अन्य तीन चयनकर्ता – श्रीकांत, सुरेंद्र भावे और नरेंद्र हिरवानी चेन्नै में थे. इसलिए जब हम टीम का चयन कर रहे थे तो 1 से 14 नंबर तक के खिलाड़ियों को पैनल द्वारा स्वीकार किया गया था.
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नंबर 15 पर हमने रोहित शर्मा का नाम सुझाया
चयनकर्ताओं ने नंबर 15 पर रोहित शर्मा का नाम सुझाया. गैरी कर्स्टन को भी लगा कि यह एक आदर्श चयन होगा. लेकिन कप्तान एमएस धोनी, पीयूष चावला को चाहते थे. इसकी गैरी कर्स्टन ने वकालत की और कहा-मुझे लगता है कि यह बेहतर विकल्प है. इस तरह रोहित शर्मा को बाहर कर दिया गया.
युवराज ने बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया
2011 ODI World Cup में युवराज सिंह भारत में विश्व कप में टीम के लिए स्टार थे. युवराज ने बल्ले और गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया था. उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवार्ड दिया गया. मुंबई में फाइनल में धोनी ने अहम भूमिका निभाई. पूर्व भारतीय कप्तान ने भी विजयी छक्का लगाकर भारत को टूर्नामेंट जीतने में मदद की.