जब 100% प्रदर्शन के लिए भारतीय खिलाड़ियों को करना पड़ा था हस्ताक्षर, सचिन तेंदुलकर ने सुनाया 2003 का किस्सा

बीसीसीआइ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें सचिन बेस्ट फील्डर के नाम की घोषणा करने से पहले भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को 2003 विश्व कप की प्रेरक घटना सुनाते दिखायी दे रहे हैं. 2003 विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम पहुंची थी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 4, 2023 9:43 AM
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गुरुवार को श्रीलंका को रौंद कर विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचनेवाली भारतीय टीम का अगला मैच इडेन गार्डेंस में पांच नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से है.

लगातार सात जीत से भारतीय टीम के हौसले बुलंद हैं. इस बीच मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया है.

बीसीसीआइ ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें सचिन बेस्ट फील्डर के नाम की घोषणा करने से पहले भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को 2003 विश्व कप की प्रेरक घटना सुनाते दिखायी दे रहे हैं. 2003 विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम पहुंची थी.

हालांकि ऑस्ट्रेलियाई के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. वीडियो में सचिन ने कहा कि रोहित मुझसे मिले और मुझे फील्डर के मेडल के बारे में बताया, तो इसने मुझे 20 साल पहले की याद दिला दी.

हम तब दक्षिण अफ्रीका में विश्व कप खेल रहे थे. हमने प्रतियोगिता से पहले एक चार्ट बनाया था, जिसमें लिखा था- मैं कर सकता हूं, हम कर सकते हैं. उस समय हर खिलाड़ी को मैदान पर जाने से पहले उस चार्ट पर हस्ताक्षर करना पड़ता था.

फील्ड से लौटने के बाद उनके प्रदर्शन का आकलन होता था कि वह अपने वादे पर कितना खरे उतरे हैं. इस बार फील्डरों के मेडल देने का भारतीय टीम प्रबंधन का फैसला भी उत्साह बढ़ा रहा है. सचिन ने दो कैच लेनेवाले श्रेयस अय्यर को बेस्ट फील्डर के मेडल के लिए चयन किया.

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