पीएचएफ के प्रवक्ता ने कहा कि महासंघ अपनी टीम को टूर्नामेंट में भेजने पर तभी विचार करेगा जब एशियाई हॉकी महासंघ और स्थानीय आयोजक वीजा जारी करने का लिखित आश्वासन देंगे. उन्होंने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बावजूद अगर वीजा की गारंटी दी जाती है तो हम भारत में खेलने की मंजूरी के लिए अपनी सरकार से संपर्क करेंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार द्वारा जो भी निर्देश दिए जाएंगे हम उनका पालन करेंगे लेकिन पाकिस्तान की नीति हमेशा से खेल और राजनीति को अलग रखने की रही है.’’
यह टिप्पणी दोनों देशों के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव की पृष्ठभूमि में आई है. पीएचएफ ने खिलाड़ियों की सुरक्षा पर भी चिंता जताई और कहा कि सभी भाग लेने वाली टीमों की सुरक्षा सुनिश्चित करना मेजबान देश की जिम्मेदारी है. पाकिस्तान पिछले दो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रहा है. टीम पिछले हॉकी विश्व कप में भी जगह बनाने से चूक गयी थी.
IPL 2025 से विदाई के बाद रांची में मछली पकड़ रहे हैं MS Dhoni, तस्वीरें वायरल
‘ईगो क्लैश’ पर आया शुभमन गिल का बयान, हार्दिक के साथ तस्वीर शेयर कर दिया जवाब
शोएब अख्तर भारी पचड़े में फंसे, अपने ही देश में मिला मानहानि का कानूनी नोटिस