PM modi के साथ VC से जुड़े भागलपुर के तीन बच्चे, बोले प्रधानमंत्री- कोई परेशानी हो तो करें फोन

PM modi ने आज 30 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना काल में माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए पीएम केयर्स योजना के तहत लाभ की जानकारी दी. इस कार्यक्रम में भागलपुर जिले के तीन बच्चे शामिल हुए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2022 1:53 PM
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PM modi ने आज 30 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना काल में माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए पीएम केयर्स योजना के तहत लाभ की जानकारी दी. इस कार्यक्रम में भागलपुर जिले के सुलतानगंज से एक और नगरनिगम क्षेत्र के मुंदीचक के दो अनाथ हो चुके बच्चे शामिल हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों से बात करते हुए कहा कि बच्चों को जब भी कोई मानसिक रूप से परेशानी हो तो वे ‘संवाद हेल्पलाइन’ पर बात कर सकते हैं. उनकी परेशानी को मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ दूर करेंगे.

जिनके परिजन की हुई मौत, उसकी भरपायी कोई नहीं कर सकता : PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड के कारण जिनके परिजन की मौत हो गयी है, उसकी भरपायी कोई नहीं कर सकता. लेकिन, भावनात्मक और आर्थिक रूप से सहयोग किया जा सकता है. पीएम केयर्स फंड में देश भर के लोगों ने अपने पसीने और मेहनत की कमायी जमा की और इस फंड से कोविड काल से अब तक कई सुविधाएं और सहायता दी गयी और दी जा रही है.

बच्चों को मिलेंगे 10,00,000 रुपये, उच्च शिक्षा के लिए शैक्षिक ऋण

बच्चों को प्रधानमंत्री की अनुमति के बाद पीएम केयर्स का पासबुक दिया गया. इसमें बच्चों की उम्र 18 वर्ष पूरी होने पर 10 लाख रुपये दिये जायेंगे. साथ ही बच्चों को आयुष्मान भारत योजना का कार्ड दिया गया. इससे बच्चे का पांच लाख रुपये तक का इलाज हो सकेगा. उच्च शिक्षा के लिए शैक्षिक ऋण, सभी बच्चों का पुनर्वास, स्कूलों में प्रवेश, स्कूल जानेवाले सभी बच्चों के लिए 20,000 रुपये की छात्रवृत्ति भी दी जायेगी.

केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने सरकार की प्रस्तुत की कार्य की रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने कोविड संक्रमण काल से लेकर सरकार द्वारा अब तक किये गये कार्य की रिपोर्ट प्रस्तुत की. मालूम हो कि पीएम केयर्स योजना का उद्देश्य बच्चों को रहने की व्यवस्था, शिक्षा और छात्रवृत्ति के जरिये सशक्त बनाना, आत्मनिर्भर अस्तित्व के लिए वित्तीय सहायता, व्यापक देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है.

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