बिहार: मोतिहारी में अपराधियों ने ठेकेदार का पहले नाम पूछा, फिर गोली मारकर उतारा मौत के घाट..
Crime News: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित मोतिहारी में अपराधियों ने ठेकेदार की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया है. वहीं, पुलिस सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच में जुट गई है.
By Sakshi Shiva | August 20, 2023 12:06 PM
Crime News: बिहार के पूर्वी चंपारण में स्थिति मोतिहारी में एक ठेकदार की गोली मार हत्या कर दी गई है. मोतिहारी के चकिया थाना से महज कुछ कदम की दूरी पर खड़े एक ठेकेदार का नाम पूछ कर अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी. इसके बाद घायल अवस्था में ठेकेदार को लेकर शहर के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया. जहां, उन्हें डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद शव को परिजन लेकर सदर अस्पताल पहुंचे है. मृतक की पहचान चकिया थाना के प्रोफेसर कॉलिनी के जगदीश यादव के पुत्र राजीव कुमार के रुप में हुई है. घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई है. पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा बरामद किया है.
बाइक सवार दो अपराधी ने दिया घटना को अंजाम
मृतक राजीव कुमार इंजीनियर के साथ ठेकेदारी का काम करता था. मृतक को रविवार की अहले सुबह किसी का फोन आया. वैसे ही हाफ पेंट और टी शर्ट में वह चौक पर पहुंचे. इसी बीच एक बाइक पर सवार दो अपराधी आ कर पहले राजीव से उसका नाम पूछा, फिर गोली मार दी. पहली गोली लगने के बाद राजीव अपराधी से लड़ गए. लेकिन, अपराधी ने दूसरी गोली भी मार दिया, जिसके बाद वह गिर गए और अपराधी वहा से फरार हो गया. आसपास के लोगों ने राजीव को लेकर मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया. यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
प्रत्यक्षदर्शी मनोज कुमार ने बताया कि राजीव चौक पर आने के बाद वह पेपर पढ़ रहे थे, उसी समय मोटर साइकिल से दो युवक आए और उन्हीं से पूछा की राजीव भाई का घर कौन है. इन्होंने कहा कि क्या बात है, तो अपराधियों ने कहा कि काम है. बार-बार पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं हीं राजीव हूं. नाम बताते ही अपराधियों ने उनको गोली मार दी और फरार हो गए. चकिया एडीपीओ सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है. पुलिस टीम मौके पर पहुंची है. घटना स्थल से गोली का खोखा मिला है. आसपास के सीसीटीवी को खंगाला जा रहा है. घटना की जांच शुरु कर दी गई है. परिजन अभी बदहवास है. कुछ बता नहीं पा रहे हैं.