डॉक्टरों की हड़ताल: जेएलएनएमसीएच के इंटर्न छात्र आज बाधित करेंगे ओपीडी, सीनियर डॉक्टर संभालेंगे मोर्चा

अपने विभिन्न मांगों के समर्थन में सोमवार को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इंटर्न छात्र ओपीडी सेवा को बाधित करने जा रहे है. संगठन का दावा है की सूबे के सभी अस्पताल में यह आंदोलन सोमवार को एक साथ किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2022 7:10 AM
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अपने विभिन्न मांगों के समर्थन में सोमवार को जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इंटर्न छात्र ओपीडी सेवा को बाधित करने जा रहे है. जूनियर डॉक्टरर्स एसोसिएशन इंटर्नशीप के बैनर तले करीब दो सौ छात्रों को अपने सीनियर पीजी डॉक्टर का भी समर्थन मिला है. संगठन का दावा है की सूबे के सभी अस्पताल में यह आंदोलन सोमवार को एक साथ किया जा रहा है. संगठन के सदस्यों ने बताया की सभी सदस्य सुबह नौ बजे ओपीडी में एक जुट होकर यहां की सेवा को बाधित कर देंगे. हालांकि मरीजों के हित को देखते हुए इमरजेंसी समेत अन्य सेवा को बाधित नहीं किया जायेगा. हम लोग मरीज का इलाज नहीं करने वाले है. आगे इन लोगों ने बताया की छह साल से हम लोग स्टाइपेन बढाने की मांग कर रहे है. हर बार सरकार की ओर से हम सभी को आश्वासन मिलता है. हम लोगों को अभी स्टाइपेन के रूप में मात्र 15 हजार रुपया मिल रहा है हम लोग 35 हजार रुपया प्रति माह की मांग कर रहे है. नियम है की प्रत्येक तीन साल में हमारा स्टाइपेन को बढाया जायेगा लेकिन छह साल से हमारे लिए सरकार ने कुछ नहीं किया. जबकि दूसरे राज्यों के कार्यरत हमारे साथी को हम लोगों से कर्इ गुना ज्यादा स्टाइपेन मिलता है. हम लोगों ने आज अपने विरोध को दर्ज किया है.

सोमवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या होगी ज्यादा

रविवार अवकाश के सोमवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या काफी होती है. ऐसा देखा गया है की सोमवार को दो हजार से ज्यादा मरीज इलाज कराने आते है. ऐसे में इंटर्न के इस आंदोलन की वजह से इन मरीजों को परेशानी हो सकती है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने इस समस्या से निपटने के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है.

अपनी मांगों को सरकार के पास रखने का इंटर्न छात्रों को अधिकार

जेएलएनएमसीएच के अस्पताल अधीक्षक डॉ एके दास ने कहा कि अपनी मांगों को सरकार के पास रखने का अधिकार इंटर्न छात्रों को है. लेकिन अगर प्रशिक्षण के समय में हडताल या कार्य में बाधा पहुंचाने का प्रयास करेंगे तो उन पर अनुशासनिक कार्यवाही की जायेगी. मरीजों को परेशानी होने पर सीधे सरकार को लिखा जायेगा. हालांकि पांच छह साल से इनका इंटर्न शीप स्टाइपेन लंबित है. हमारे स्तर से सरकार को सूचित किया जायेगा. मरीज की सुविधा के लिए वार्ड में सभी वरीय चिकित्सक मौजूद रहेंगे.

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