पटना: सत्यदेव हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने दूरबीन से किडनी निकाल कर बचाई मरीज की जान, आयुष्मान योजना से हुआ मुफ्त इलाज

पटना: हॉस्पिटल के डायरेक्टर और वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश रंजन ने बताया कि बेगूसराय के एक 51 वर्षीय मो. परवेज की दाईं किडनी में लगभग 11 सेंटीमीटर का ट्यूमर था. आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीज की मुफ्त में सफल सर्जरी की गई. अब वह स्वस्थ है.

By Prashant Tiwari | April 25, 2025 8:22 PM
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पटना: सत्यदेव हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बेगूसराय के एक 51 वर्षीय व्यक्ति की लेप्रोस्कोपिक विधि से किडनी निकालकर जान बचा ली. वह किडनी कैंसर से जूझ रहा था. पिछले कई महीनों से उसके पेशाब में खून आ रहा था, जिसके बाद वह हॉस्पिटल पहुंचा था. अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन कराने पर किडनी में ट्यूमर के साथ पेट में सूजन का भी पता चला. वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश रंजन ने दूरबीन से मरीज की पूरी किडनी निकाल कर उसे फौरी राहत दी. 

मुफ्त में हुई सर्जरी: डॉ. राजेश रंजन

हॉस्पिटल के डायरेक्टर और वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. राजेश रंजन ने बताया कि मो. परवेज की दाईं किडनी में लगभग 11 सेंटीमीटर का ट्यूमर था. आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीज की मुफ्त में सफल सर्जरी की गई. अब वह स्वस्थ है. उन्होंने बताया कि पेट या पेशाब संबंधी समस्याओं को लोग नजरअंदाज कर देते हैं, जो सही नहीं है. पेशाब में खून आना, पेट में दर्द रहना, पेट में सूजन इत्यादि किडनी कैंसर के लक्षण हैं. लेकिन, कई बार इसके लक्षण पकड़ में नहीं आते. इसलिए समय-समय पर डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी है.  

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अस्पताल में मौजूद है कैशलेस इलाज की सुविधा

गौरतलब है कि यह अस्पताल मरीजों के लिए सुलभ और किफायती चिकित्सा सुविधा देने के अपने उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्ध है. हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ. अमृता ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई), ईसीएचएस, सीजीएचएस और ईएसआईसी जैसी योजनाओं में शामिल मरीजों को इस हॉस्पिटल में कैशलेस इलाज की सुविधा भी दी जाती है. इसके यहां अलावा, अस्पताल टीपीए (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) की सुविधा के तहत विभिन्न स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत भी मरीजों का इलाज किया जाता है. मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है. इसके साथ ही अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ मरीजों की पूरी देखभाल करते हैं.

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