वाहनों के आवागमन में होगी सुविधा
बता दें कि फोरलेन निर्माण से अंतराष्ट्रीय शहर रक्सौल से नेपाल मालवाहक वाहनों के साथ पर्यटकों के आने-जाने में सुविधा होगी. पिपराकोठी से भाया मोतिहारी-रक्सौल सीधे गोरखपुर, लखनऊ, दिल्ली और पीपराकोठी से मुजफ्फरपुर-सिलीगुड़ी को जोड़ती है. अभी की सड़क फ्लैन के अलावा टू लेन है. विभाग का कहना है कि फोरलेन बन जाने से वाहनों के आवागमन में सुविधा होगी. 39 हजार 600 करोड़ की लागत से बनने वाला रक्सौल-हल्दिया सिक्स लेन ग्रिन फिल्ड एक्सप्रेसवे बिहार-झारखंड के बीच रोड कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा.
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आधी हो जाएगी सफर की दूरी
अभी हल्दिया जाने में करीब 20 घंटे का समय लगता है. वहीं एक्सप्रेसवे निर्माण से 50 प्रतिशत समय कम लगेगी. साथ ही इससे बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल के विकास को नयी दिशा मिलेगी. यह एक्सप्रेसवे बिहार के 8 जिलों पूर्वी चंपारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगुसराय, लखीसराय, मुंगेर व बांका से होकर गुजरेगा. इस एक्सप्रेसवे से नेपाल को भी हल्दिया बंदरगाह तक बेहतर क्नेक्विटी मिलेगी. पीपराकोठी-रक्सौल फोरलेन बन जाने से सुविधा बेहतर होगी.
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