युवकों से जबरन करा रहे साइबर अपराध
परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि यूपी के इलाहाबाद के सिविल लाइन निवासी एजेंट नीरज कुमार यादव के द्वारा एक लाख 20 हजार रुपये तथा पासपोर्ट लेकर विजिट बीजा देते हुए यह कहा गया कि थाईलैंड के बैंकॉक पहुंचते ही उन्हें अच्छे वेतन पर उनको काम मिल जाएगा. 26 अक्तूबर 2024 को दोनों युवकों ने फ्लाइट से थाईलैंड पहुंचे. जहां उन्हें फौजी के वेश में कुछ लोगों ने कार में बैठा कर छह घंटे के सफर के बाद नाव से सुनसान जगह पर ले गये. जहां चहारदीवारी के अंदर तीन हजार से अधिक के संख्या में भारतीय, नेपाली, पाकिस्तान के युवा, युवती बंधक बनाए हुए है. उनसे जबरन साइबर अपराध एवं अनैतिक कार्य कराया जा रहा था. इसमें तीन माह से हथुआ के दोनों युवकों से भी जबरन उक्त कार्य कराया जा रहा है.
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साइबर फ्रॉड के लिए इंडिया टारगेट पर
साइबर फ्रॉड के लिए इंडिया को टारगेट किया जा रहा, जहां तीन हजार से अधिक युवा कॉल कर विभिन्न तरह से भारतीयों को टारगेट कर शिकार बना रहे है. चीन व पाकिस्तान के हथियारबंद लोगों के द्वारा ऐसा काम कराया जा रहा. मामला सामने आने के बाद पुलिस के अधिकारी गंभीर हो उठे है.
एजेंट ने वापस बुलाने के लिए 1.20 लाख लेने के बाद दौड़ा रहा
युवकों के फंसने के बाद परिजनों ने उस एजेंट के पास जाकर वापस आने के लिए दबाव बनाया. जिससे एजेंट ने उनसे 1. 20 हजार रुपये दुबारा लेकर वापस भेजने के लिए एक माह से झांसा दे रहा है. उसके बाद परिवार के लोग परेशान हो उठे है. युवकों पर हो रहे जुल्म को लेकर परिजन सशंकित हो उठे है.
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