गोपालगंज. मदरवानी कांड में डीएम पवन कुमार सिन्हा के द्वारा दिये गये मजिस्ट्रियल जांच के आदेश के बाद गुरुवार को हथुआ एसडीओ अभिषेक कुमार चंदन व एसडीपीओ आनंद कुमार गुप्ता की टीम फुलवरिया थाना पहुंची.
घंटों हुई पूछताछ, अस्पताल के रजिस्टर की हुई जांच
थाने में घंटों मदरवानी कांड को लेकर जांच-पड़ताल व पूछताछ हुई. उसके बाद सीसीटीवी फुटेज को भी देखा गया. उसके बाद फुलवरिया अस्पताल में रजिस्टर की जांच की गयी. इस दौरान आम लोगों की थाने में इंट्री पर पाबंदी लगा दी गयी थी. अधिकारी फिलहाल इस मामले में कुछ भी बताने से परहेज करते रहे. यह जांच मानवाधिकार आयोग की गाइडलाइन का पालन कर हो रहा है.
डीएम को सौंपी जायेगी रिपोर्ट
इसमें पुलिस कस्टडी के दौरान मौत के बाद मजिस्ट्रियल जांच होती है. जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी जानी है. पुलिस पर ग्रामीणों का आरोप है कि शराब माफिया को अरेस्ट करने के बदले पुलिस के द्वारा बेरहमी से महिलाओं, युवतियों, बच्चों व यूपी के गाजीपुर के मजदूर को पीटने का आरोप है. इसमें एक मजदूर की मौत हो गयी थी.
मदरवानी में पुलिस टीम को मारने-मरने पर उतारू थे हमलावर
गोपालगंज. फुलवरिया थाने के थानेदार जयहिंद यादव की स्वलिखित तहरीर पर कांड दर्ज किया गया है. इसमें शराब माफिया अजय यादव व 10-12 अज्ञात हमलावरों को अभियुक्त बनाया गया है. आरोप है कि मंगलवार की 5:30 बजे मदरवानी के कुख्यात शराब माफिया अजय यादव अपने घर पर आये हुए थे. इसपर सनहा दर्ज कर वरीय पदाधिकारी को सूचना देते हुए थाने में पदस्थापित पुअनि पंकज कुमार चौधरी एवं थाने में प्रतिनियुक्त सिपाही उमेश कुमार सिंह, गृह बल के सिपाही अवधेश तिवारी, बलराम सिंह, चौकीदार छोटेलाल चौधरी, विजय कुमार यादव, अवधेश चौधरी, वशिष्ठ चौधरी के साथ मदरवानी भाड़े की स्कार्पियो से करीब छह बजे शराब माफिया अजय यादव के घर पंहुचे.
पुलिस को देखते ही भागने लगा था आरोपित
पुलिस को देखते ही अजय यादव दौड़कर भागने लगा. उनका पुलिस बल के साथ पीछा किया. गांव के पश्चिम स्थित नहर पार करने के बाद अजय यादव को पकड़ लिया गया. पकड़ाने पर अजय यादव बचाओ-बचाओ करके हल्ला करने लगा. इनकी आवाज पर अजय यादव के अन्य सहयोगियों ने 10-12 की संख्या में एकजुट होकर पुलिस छापामारी दल पर ईंट, लाठी-डंडा से जानलेवा हमला कर दिया एवं गृहरक्षक अवधेश तिवारी का 5 कारतूस लोडेड राइफल छीन कर अजय यादव भाग गया. ग्रामीणों के हमले में पुलिसकर्मी काफी जख्मी हो गये. सभी पुलिस को तरह-तरह से धमकी एवं देख लेने की बात कर रहे थे. सभी काफी उत्तेजित थे एवं पुलिस की जान लेने के लिए उतारू हो गये. हमलोग किसी तरह वहा से भाग कर जान बचाये . जब मीरगंज, भोरे, उचकागांव, श्रीपुर थाने के संयुक्त पुलिस बल के सहयोग से छापामारी की एवं अजय यादव के घर पहुंचकर तलाशी ली, तो पश्चिम तरफ कमरे के अंदर कमरे के छज्जे पर छिपाकर रखी गयी पुलिस से छीनी हुई लोडेड राइफल, जिसमें पांच कारतूस लोड था, बरामद की गयी.
पुलिस का दावा, बीमारी से हुई थी मजदूर की मौत
पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीणों में खाैफ का माहौल
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