खाली पेट नहीं कराना है दवा का सेवन: डॉ एमइ हक
उन्होंने बताया कि दवा का सेवन खाली पेट नहीं कराना है. नाश्ता या खाना खाकर ही दवा सेवन करना है. अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खानी है. दवा सेवन के बाद यदि किसी को चक्कर या उल्टी आताीहै, तो यह शरीर में माइक्रोफाइलेरिया की मौजूदगी के लक्षण हैं. दवा पूरी तरह से सुरक्षित है. आशा या अन्य स्वास्थ्यकर्मी के पास रोग प्रबंधन करने की सभी सामग्री मौजूद रहेगी. मीडिया वर्कशॉप के दौरान डीईओ राजीव अंबष्ट, पीरामल से अमित व अरुण, सीफार से शिकोह व प्रियंका आदि मौजूद थे.
मोहड़ा ब्लॉक पर केंद्र सरकार का टारगेट
स्टेट कंसल्टेंट राज्य फाइलेरिया विभाग डॉ अनुज रावत ने कहा कि सर्वजन दवा सेवन अभियान की स्वास्थ्य मंत्रालय तथा राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मॉनीटरिंग की जाती है. जिला तथा उन प्रखंडों में दवा सेवन कार्यक्रम का जायजा लेते हैं जहां अभियान संचालित किया गया हो. इसमें सबसे हिट लिस्ट में मोहड़ा ब्लॉक है. केंद्र सरकार की भी नजर इस ब्लॉक पर है. कोशिश है कि हर हाल में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाया जाये.
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अलग-अलग विभागों के साथ समन्वय
डॉ हक ने बताया कि एमडीए अभियान के लिए सभी विभागों से समन्वय स्थापित किया गया है. जिला समन्वय समिति की बैठक में सभी विभागों से दवा सेवन कराने में अपना पूरा सहयोग करने की अपील की गयी है. स्कूलों में बच्चों को फाइलेरिया दवा का सेवन कराया जायेगा. दवा का सेवन मिड डे मील के बाद करना है. इस अभियान में सभी विभागों को अपना पूर्ण सहयोग करना है. शिक्षा विभाग, पंचायती राज, आइसीडीएस, समाज कल्याण, आपूर्ति विभाग सहित अन्य सभी विभाग दवा सेवन कराने के कार्य में स्वास्थ्य विभाग को अपना सहयोग देंगे. साथ ही मोबिलाजेशन और दवा सेवन संबंधी जागरूकता के लिए बैनर पोस्टर भी लगाये गये हैं.
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