गंगा स्नान का है विशेष महत्व
कार्तिक पूर्णिमा बिहार सहित पूरे देश में मनाई जाती है. इस दिन श्रद्धालु गंगा में डूबकी लगाते हैं. गंगा में स्नान के लिए दूर- दूर से श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंचते हैं. वहीं, इसको लेकर पटना में भी भारी भीड़ जुटती है. पटना के गंगा घाट पर स्नान के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं. एक दिन पहले से ही श्रद्धालुओ की भीड़ पटना में जुटने लगी थी.
पटना प्रशासन के तरफ से खास तैयारी
वहीं, कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर पटना प्रशासन के तरफ से भी खास तैयारी की गई है. चाक चौबंद की पूरी व्यवस्था है. पटना में श्रद्धालुओं की सहायता और विधि-व्यवस्था के लिए 183 स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है. कई घाटों पर NDRF और 74 घाटों पर सिविल डिफेंस के स्वयंसेवक सहायता के लिए तैनात हैं.
कार्तिक पूर्णिमा शुभ मुहूर्त जानें
बता दें कि कार्तिक का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है. कार्तिक पूर्णिमा तिथि (Kartik Purnima 2022 Date) के दिन भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार धारण किया था, जिन्हें भगवान विष्णु का प्रथम अवतार भी माना जाता है. आमतौर पर इस दिन गंगा स्नान के बाद दीप-दान किया जाना चाहिए. इस दीप-दान को दस यज्ञों के समान माना जाता है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है. वहीं, पूर्णिमा तिथि 07 नवंबर 2022 को शाम 04 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी, जो कि 08 नवंबर को शाम 04 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी. पूर्णिमा तिथि के दिन स्नान का शुभ मुहूर्त शाम 04 बजकर 31 मिनट तक है. दान करने का शुभ समय 8 नवंबर को सूर्यास्त से पहले तक है.