– शैक्षणिक व्यवस्था बेहतर करने के लिये शिक्षा विभाग ने जारी किया दिशा-निर्देश कटिहार जिले के सभी सरकारी विद्यालयों के संचालित होने की जानकारी अब हर दिन अभिभावकों को लाउडस्पीकर से दी जायेगी. इसके लिए 48 घंटे के अंदर विद्यालयों में लाउडस्पीकर की व्यवस्था होगी. विद्यालय के प्रधानाध्यापक व प्रधान शिक्षक विद्यालय अवधि शुरू होने के कम से कम 15 मिनट पहले अनिवार्य रूप से पहुंचेंगे. चेतना सत्र के पहले शिक्षकों का पहुंचना अनिवार्य होगा. हर दिन चेतना सत्र में उपस्थित शिक्षकों व बच्चों की फोटोग्राफी होगी जो शिक्षा विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को उपलब्ध करायी जायेगी. इससे संबंधित निर्देश सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक एवं अनुशासनिक व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने जारी किया है. डीईओ, डीपीओ, पीओ एवं बीईओ, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, विद्यालय प्रधान को जारी दिशा निर्देश के मुताबिक विद्यालयों के संचालन की अवधि पूर्वाह्न 9.30 से अपराह्न 4.00 बजे तक निर्धारित है. स्कूल संचालन की अवधि कम से कम 15 मिनट पहले पहुंच कर प्रधानाध्यापक एवं प्रधान शिक्षक लाउडस्पीकर से आरटीई एंथम टन टन टन सुनो घंटी बजी स्कूल की, चलो स्कूल तुमको पुकारे..) दो मिनट के अंतराल पर दो बार बजायेंगे. ताकि बच्चे निर्धारित समय पर चेतना सत्र में उपस्थित हो सकें. चेतना सत्र पूर्वाह्न 9.30 बजे से होगा. उसमें उपस्थित बच्चों एवं शिक्षकों की फोटोग्राफी कर फोटोग्राफ्स सुरक्षित रखे जायेंगे. फोटोग्राफ्स की मांग शिक्षा विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर द्वारा की जायेगी तो उसे उपलब्ध कराने होंगे. एसीएस की ओर से जारी दिशा निर्देश के मुताबिक चेतना सत्र प्रारंभ होने के पहले विद्यालयों के मुख्य दरवाजे बंद किये जायेंगे. विलंब से आने वाले बच्चों को बताया जायेगा कि कल से विलंब से नहीं आये. उसके बाद भी बच्चे विलंब से आयेंगे तो वर्ग शिक्षक इससे अभिभावक को अवगत करायेंगे. बच्चों के नाखून, साफ सफाई का होगा अवलोकन जारी दिशानिर्देश में कहा गया है कि विद्यालय में पदस्थापित प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक, शिक्षक की सामूहिक जिम्मेवारी होगी कि चेतना सत्र अवधि में ही सभी बच्चों के नाखून, सुसज्जित बाल, साफ-सुथरे, पोशाक, स्नान करके आना आदि का अवलोकन कर आवश्यक निर्देश मौखिक रूप से बच्चों को दें. वर्ग शिक्षक इससे संबंधित निर्देश बच्चों के डायरी में अवश्य अंकित करें. वर्ग शिक्षक का यह भी दायित्व होगा कि सभी बच्चों के डायरी का अवलोकन प्रत्येक दिन करें. ताकि डायरी की उपयोगिता व उपादेयता सिद्ध हो सके. डायरी में दी गयी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में भी सप्ताह में किसी एक दिन बच्चों को बताया जाय. हेड गर्ल व हेड ब्वाय का होगा चयन एसीएस की ओर से जारी दिशानिर्देश के मुताबिक चेतना सत्र की निर्धारित अवधि (आधा घंटा) में सर्वधर्म प्रार्थना, बिहार राज्य प्रार्थना गीत, राष्ट्रगीत, आज का दिन, आज का विचार, तर्क ज्ञान, शब्द ज्ञान, सामान्य ज्ञान, प्रेरक प्रसंग आदि का गायन, वाचन कराया जायेगा. इसके लिए इसकी तैयारी कक्षा चार से कक्षा 12 तक के छात्र एवं छात्राओं में से चयन हेड गर्ल व हेड ब्वाय के रूप में प्रत्येक दिन के लिए करते हुए किया जायेगा. चेतना सत्र के आयोजन में शामिल शिक्षक, छात्र-छात्राओं के लिए भी एक पंजी संधारित होगी. जिसमें तिथिवार यह सूचनाएं दर्ज रहेगी कि किन तिथियों को कौन-कौन सी गतिविधियां, चेतना सत्र के विभिन्न आयामों का गायन, वाचन कराया गया है.
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