चंदहर गांव में पसरा मातम बलिया बेलौन बलिया बेलौन थाना क्षेत्र के चंदहर गांव का रहने वाला एक प्रवासी मजदूर हरियाणा में धान की रोपाई करने गया था, जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना की सूचना जब मृतक के गांव पहुंची तो पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. मृतक की पत्नी ने बताया कि उसके पति करीब 15 दिन पहले ही धान की रोपाई करने के लिए हरियाणा गया था. उनके तीन बेटियां और दो बेटे हैं, जिनकी उम्र अभी बहुत कम है. परिवार पूरी तरह से मृतक की कमाई पर निर्भर था. उन्होंने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण उनके पति को बार-बार बाहर काम के लिए जाना पड़ता था, ताकि बच्चों का पालन-पोषण और घर खर्च किसी तरह चल सके. घटना की सूचना मिलते ही गांव के मुखिया प्रतिनिधि सह अधिवक्ता रागीब शजर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. उन्होंने सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार को तत्काल मुआवजा दिया जाए और हरियाणा सरकार से बात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. गांव के लोगों में इस घटना को लेकर भारी आक्रोश है. ग्रामीणों ने कहा कि प्रवासी मजदूर जीवन की जद्दोजहद के चलते अपने गांव-घर से दूर जाकर मेहनत करता है और अगर उसके साथ ऐसा निर्मम व्यवहार होता है, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतक के शव को जल्द से जल्द गांव लाया जाए ताकि अंतिम संस्कार हो सके. वहीं स्थानीय प्रशासन को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने मृतक के परिवार से संपर्क किया और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. परिजन अब हरियाणा सरकार से मांग कर रहे हैं कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों को कठोरतम सजा मिले. यह घटना प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करती है. हर साल हजारों की संख्या में ग्रामीण बिहार और बंगाल से उत्तर भारत के अन्य राज्यों में कृषि कार्य हेतु जाते हैं, लेकिन सुरक्षा और सुविधा के नाम पर उनके साथ उपेक्षा होती है. यह घटना भी उसी उपेक्षा का दुखद परिणाम है।
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