कोढ़ा प्रखंड के रामपुर पंचायत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान हुए दौरे के छह माह बाद भी कोई ठोस विकास कार्य नहीं होने से लोगों में नाराज़गी है. मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व पंचायत में सौंदर्यीकरण और दिखावटी सजावट का कार्य किया गया था. लोगों को उम्मीद जगी थी कि अब उनके क्षेत्र में भी विकास की बयार बहेगी. लेकिन आज की स्थिति यह है कि वही सड़क जो मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए चमकाई गई थी. बरसात के मौसम में पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है. रामपुर पंचायत भवन और सरकारी विद्यालय के समीप की मुख्य सड़क पर भारी जलजमाव की स्थिति बनी हुई है. बच्चों और आमजन को कीचड़ व पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है. यह सड़क अब सड़क नहीं, बल्कि एक अस्थायी तालाब का रूप ले चुकी है. निवासी बताते हैं कि सड़क किनारे न नाली बनाई गई और न ही जल निकासी की कोई योजना बनी. परिणामस्वरूप हल्की बारिश में भी पानी जमा हो जाता है. आवागमन बाधित हो जाता है. यह सड़क कोढ़ा से सेमापुर को जोड़ती है. हजारों लोगों की जीवनरेखा मानी जाती है. लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते यह राह अब मुसीबत बन गई है. जलजमाव के कारण स्कूली बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है. पंचायत कार्यालय तक पहुंचना भी कठिन हो गया है. लोगों ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत करायी जाय. साथ ही नालियों का निर्माण व जल निकासी की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित की जाय. यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले समय में स्थिति और गंभीर हो सकती है.
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