मधुबनी .मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव सरकार को पूर्व में ही भेजा जा चुका है. इसके लिए भूमि भी उपलब्ध है. अगर झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय खुलता है तो वह भी गौरव की बात होगी. लेकिन मधुबनी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए. एक मधुबनी और एक झंझारपुर में केंद्रीय विद्यालय खुलना चाहिए. ये बातें पूर्व मंत्री व विधायक समीर कुमार महासेठ ने कही. उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए झंझारपुर को जिला बनाए जाने की मांग को दोहराते हुए कहा कि यह न केवल क्षेत्रीय संतुलन के लिए जरूरी है बल्कि झंझारपुर और सीमा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए भी आवश्यक है. मधुबनी और झंझारपुर संसदीय क्षेत्रों को जोड़ने वाली 13 नंबर रेलवे गुमती पर आरओबी वर्षों से अधर में है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने 50-50 प्रतिशत खर्च वहन करने की बात कही थी. लेकिन अब तक ठोस पहल नहीं हुई. जो यहां के दोनों एनडीए सांसद के लिए चिंतनीय होना चाहिए. मधुबनी शहर के मच्छहट्टा चौक से गांधी चौक तक की सड़क निर्माण, रिंग रोड परियोजना, स्टेडियम, स्टॉर्म ड्रेनेज प्रोजेक्ट, निधि चौक से स्टेशन तक फोर लेन की सड़क, काली मंदिर परिसर में शिशु पार्क निर्माण को जनता के सहयोग की उन्होंने चर्चा की. श्री महासेठ ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा से जन सरोकार के मुद्दों को उठाने की रही है. मधुबनी विधानसभा क्षेत्र के विकास, बेरोजगारी, जलजमाव, शिक्षकों की कमी, रिंग रोड, बाजार समिति और बढ़ते अपराध जैसे गंभीर मुद्दे पर केवल इसबार के सत्र में डेढ़ सौ से अधिक सवाल विधानसभा में रख चुके हैं. मौके पर पवन यादव, प्रो. आकिल अंजूम, संजय यादव, इंद्रजीत यादव, पप्पू यादव भी मौजूद थे.
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