खगड़िया. सदर प्रखंड के माड़र दक्षिणी पंचायत के मुखिया मुस्तरी बेगम व मुखिया प्रतिनिधि मजहर अली के दरवाजे पर स्वच्छता कर्मियों के साथ बैठक की. राष्ट्रीय जनता दल के एमएलसी डॉ. उर्मिला ठाकुर ने भाग लिया. एमएलसी ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता कर्मियों की मांगें एवं सभी जनहित मामले को सदन में गंभीरता से उठाएंगे. एमएलसी ने कहा कि स्वच्छता मनुष्य जीवन के लिए उसका मूल आधार होता है. एक स्वच्छ व्यक्ति ही स्वच्छ समाज का निर्माण करता है. कहा कि राज्य के 8061 ग्राम पंचायतों में कार्यरत स्वच्छता पर्यवेक्षकों को वर्तमान में मात्र स्वच्छता कर्मियों को केवल 1500 से 3000 रुपए का मानदेय दिया जा रहा है. स्वच्छता कर्मी सुबह 6 बजे से शाम तक काम करते हैं. उनके कार्यों में घर-घर से कचरा संग्रह, वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट तक परिवहन, कचरे की छंटाई और स्वच्छता शुल्क का संग्रह शामिल है. उन्होंने कहा कि बढ़ती महंगाई के बीच इतने कम वेतन में परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने मांग किया कि बिहार रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी के माध्यम से वेतन भुगतान, 60 वर्ष तक सेवा नियमितीकरण, ईपीएफ और ईएसईसी की सुविधा शामिल हो. स्वच्छता पर्यवेक्षक, स्वच्छता कर्मी के प्रदेश अध्यक्ष सरवन कुमार ने एमएलसी को मांग पत्र सौंपा. वहीं सीपीआई के प्रदेश सचिव राम नरेश पांडे, सीपीएम के ललन चौधरी, महागठबंधन के जिला अध्यक्ष लोकसभा प्रत्याशी संजय सिंह, राजद नेता जुल्फिकार अली, समाजसेवी शादाब ने बैठक को संबोधित किया. मौके पर स्वच्छता पर्यवेक्षक संघ के जिला अध्यक्ष उदय कुमार, मीडिया प्रभारी रवि शंकर कुमार, जिला कोषाध्यक्ष संजीत कुमार, स्वच्छता पर्यवेक्षक मनोज शर्मा, अब्दुल रज्जाक, संजीत पासवान, रामकेश्वर कुमार आदि मौजूद थे.
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