बहादुरगंज. बिहार बदलाव सभा के नाम पर जन सुराज ने मंगलवार को रसल हाई स्कूल के ग्राउंड में शक्ति-प्रदर्शन कर दिखाया. हमरा जन सुराज चाहीं हो, नया आगाज चाहीं हो के नारों ने समर्थकों में नया जोश भर दिया. बदलाव सभा में उमड़े जनसैलाब ने सभी राजनीतिक दलों खासकर एआइएमआइएम एवं राजद खेमे में खलबली मचाकर रख दी. जिसकी चर्चा सीमांचल के इस किशनगंज की राजनीतिक गलियारों में अचानक ही तूल पकड़ने लगी है. हालांकि विरोध में रहे ऐसे दल एवम उसके नेता भी अब इस शक्ति प्रदर्शन का राजनीतिक तोड़ खोजने में लगे हैं. क्षेत्र के राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने मुस्लिम बाहुल्य इलाके में जिस जबर्दस्त अंदाज के जरिए यहां के मुस्लिमों की दुखती नस पर अपना हाथ रखा, जिससे नयी उम्मीद के बीच उनके चेहरे खिल उठे. जन सुराज के सूत्रधार ने उन सभी सहमे-सहमे चेहरों को उनके बच्चों को सिर्फ शिक्षा एवं रोजगार के भविष्य का हवाला दिया. उसे समय रहते संवारने का भरोसा दिलाया. भीड़ उनके भाषण को टकटकी लगाकर सुनती रही. बदलाव सभा से उत्साहित रहे समर्थक मौलाना गुलाम सरवर अजहरी ने बताया कि जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपने बोल में जिस तरीके से एनडीए व महागठबंधन की सोच व नीयत पर भी तंज कसा.
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