किशनगंज. सरकार की योजना का लाभ लेकर अपनी मेहनत और जिजीविषा से आर्थिक स्वावलंबन की राह बनाने वाली महिलाएँ, संवाद कार्यक्रम में अपने आत्मनिर्भर जीवन और जीवंत अनुभवों से अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रही हैं. महिला संवाद कार्यक्रम, महिलाओं को अपना अनुभव साझा करने का अवसर दे रहा है. महिला संवाद कार्यक्रम में टेढ़ागाछ प्रखंड के हवाकोल पंचायत की कौशल्या देवी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि नरेश जीविका स्वयं सहायता समूह से ऋण लेकर मक्का की खेती किए. इस वर्ष अच्छी फसल हुई है. कुछ अपनी और बटाई पर जमीन लेकर मक्का की खेती किय थे. समूह से आसानी से ऋण मिल जाता है. जिससे खेती–बाड़ी करने में सुविधा हो रही है. पहले अधिक जोत में खेती के लिए पूँजी की कमी रहती थी. लेकिन अब स्वयं सहायता समूह से हम महिलाओं को एक रुपय ब्याज दर पर सहूलियत से ऋण मिल जाता है. जिससे स्वरोजगार करने और उसे आगे बढ़ाने में मदद मिल रही है. वहीं इसी पंचायत की उर्मिला देवी अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि पहले घर के चहारदीवारी तक जीवन सीमित था. अब हम महिलाएँ जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ कर, साप्ताहिक बैठक करते हैं. आर्थिक तरक्की के लिए सामूहिक चर्चा कर अपने स्वरोजगार को आगे बढ़ा रहे हैं. ऋण का नियमित लेन – देन करते हैं. इससे स्वरोजगार करने में पूँजी की कमी नहीं होती है. साप्ताहिक बचत करते हैं. ससमय ऋण की वापसी से अपने समूह की आर्थिक सेहत को बेहतर बनाते हैं. निर्मल जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी उर्मिला देवी समूह से ऋण लेकर खेती–बाड़ी और पशुपालन का कार्य करती हैं. अपने स्वरोजगार में तरक्की कर रही हैं. सरकार की योजना का लाभ लेकर आर्थिक प्रगति करने वाली महिलाएँ, अपना प्रेरणादायी अनुभव साझा कर रही हैं. वहीं, महिला संवाद कार्यक्रम में जागरूकता वाहन के माध्यम से सरकार की योजना पर आधारित वीडियो फिल्म दिखाई जा रही है. महिला संवाद कार्यक्रम में सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में क्रियान्वित योजना के बारे में लीफलेट के माध्यम से जानकारी दी जा रही है. महिला संवाद कार्यक्रम महिलाओं के लिए विचार, सुझाव, समस्या, आकांक्षा व्यक्त करने का सशक्त माध्यम बन रहा है।
संबंधित खबर
और खबरें