किशनगंज. जिले में चल रहा आयुष्मान भारत कार्ड निर्माण अभियान गांव-गांव में स्वास्थ्य सुरक्षा की मशाल जला रहा है. 28 मई की शाम तक 13,000 से अधिक लाभुकों का कार्ड बन चुका है, और अब जिलाधिकारी विशाल राज के निर्देश पर इस अभियान को 30 मई तक बढ़ा दिया गया है ताकि एक भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रह जाए.
गरीबों के लिए वरदान है आयुष्मान कार्ड
चाहे खेत में मेहनत कर रहे किसान हों या घर संभालती महिलाएं आयुष्मान कार्ड हर व्यक्ति को पांच लाख तक का मुफ्त इलाज दिलाने की ताकत रखता है. गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि पहले बीमारी का नाम सुनते ही डर लगता था, अब आयुष्मान कार्ड से हम निश्चिंत हो गए हैं.
स्वास्थ्य का अधिकार सबको, एक भी पात्र न छूटे : डीएम
गांव-गांव कार्ड, घर-घर सुरक्षा : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने बताया कि आयुष्मान कार्ड एक ऐसी सामाजिक सुरक्षा है, जिससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार भी महंगे इलाज से सुरक्षित हो सकते हैं. सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों तक मुफ्त इलाज का रास्ता खोलता है ये कार्ड. यह न सिर्फ बीमारी से बचाव है, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर एक मजबूत कदम भी है. 350 से अधिक स्थानों पर जारी विशेष शिविरों में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जन प्रतिनिधि, प्रधान, किसान समूह और स्वयंसेवी संगठन दिन-रात जुटे हैं. जागरूकता के लिए स्कूलों में बच्चों को समझाया जा रहा है, ताकि वे घर जाकर अपने माता-पिता को इसके लाभ बताएं.
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