किशनगंज. जिले में मानसून सक्रिय है. रुक-रुक होने वाली बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव की समस्या खड़ी होने लगी है. जिले के जाने माने चिकित्सक डा शिव कुमार बताते हैं कि बारिश का मौसम अपने साथ ढेरों बीमारियां भी लाता है. इस मौसम में संक्रमण का भी खतरा बढ़ जाता है. बरसात के मौसम में उमस होती और अचानक बदलाव होता है. इस वजह से सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार व फ्लू जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. ऐसे में मौसमी बीमारियों से सावधान रहने की जरूरत है.अपनी खान-पान की आदतों का ख्याल रखना और बाहर निकलने से पहले भी काफी सावधानियां बरतनी हैं. बरसात में तले-भुने और मांसाहारी आहारों के सेवन से बचें. बदलते मौसम में होने वाली बीमारियों का इलाज समय से कराया जाए.समय पर इलाज नहीं होने से यह भयावह रूप भी ले सकती हैं. मौसमी बीमारियां होने पर समय पर बेहतर उपचार करवाना चाहिए. बच्चों के बीमार होने पर इलाज में कतई लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए अन्यथा तबीयत ज्यादा बिगड़ सकती है. इसके अलावा बदलते मौसम में खानपान व पहनावे पर भी ध्यान देना जरूरी है. तापमान में अंतर के अलावा लोगों पर प्रदूषण का भी काफी प्रभाव पड़ रहा है. प्रदूषण के कारण धूल के कण सांस की नली के जरिए शरीर के अंदर तक पहुंच जाते हैं. इससे गले में खराश हो जाती है.
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