पहाड़कट्टा. डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय अर्राबाड़ी में महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, कर्मचारियों और छात्रों को संवेदनशील बनाना और पेशेवर सेटिंग्स में उत्पीड़न को संबोधित करने और रोकने के लिए संस्थागत तंत्र को मजबूत करना था. कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ फरजाना बेगम, सचिव राहत एनजीओ किशनगंज, अतिथि डॉ के सत्यनारायण एसोसिएट डीन-सह-प्राचार्य डीकेएसी, बीएयू व डॉ कुमारी रश्मि आईसीसी ने किया. कार्यशाला में डॉ फरजाना बेगम ने व्यापक व्याख्यान दिया गया, जिसमें वास्तविक जीवन की घटनाओं के बारे में बताया, जो उन्होंने अपने कर्तव्य के दौरान अनुभव की. वास्तविक जीवन के केस स्टडीज, कानूनी अंतर्दृष्टि और संवादात्मक चर्चाओं के माध्यम से प्रतिभागियों को यौन उत्पीड़न क्या है व रिपोर्टिंग और निवारण की प्रक्रियाओं के बारे में व्यापक समझ प्राप्त हुई. अपने व्याख्यान के बाद डॉ कुमारी रश्मि ने कॉलेज में आईसीसी की भूमिका और कार्यप्रणाली के बारे में बताया. कार्यशाला का समापन बाल विवाह को हतोत्साहित करने की शपथ और प्रश्नोत्तर दौर के साथ हुआ, जिसमें विभिन्न विभागों के संकाय, गैर-शिक्षण कर्मचारी और छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया. यह कार्यक्रम कॉलेज के चल रहे प्रयासों की प्रतिबद्धता में एक सार्थक कदम है, जो परिसर समुदाय को संवेदनशील बनाने, यौन उत्पीड़न के लिए एक मजबूत संस्थागत प्रतिक्रिया को लागू करने के लिए आवश्यक है.
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