17 अक्टूबर तक के लिए सुनवाई टल
सुप्रीम कोर्ट में सीबीआई की याचिका पर 17 अक्टूबर तक के लिए सुनवाई टल गई है. इससे पहले सीबीआई के वकील ने कोर्ट में कहा कि लालू प्रसाद पूरी तरह से फीट हैं. उनकी एक तस्वीर किडनी ट्रांसप्लांट से उबरने के बाद सामने आयी है. जिसमें वे बैडमिंटन खेलते हुए दिख रहे हैं. सोशल मीडियो पर जो तस्वीर वायरल हो रही है वह तस्वीर राजद प्रमुख के किडनी ट्रांसप्लांट के बाद की है. इससे पहले आरजेडी चीफ लालू यादव के लिए पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने उनके किडनी ट्रांसप्लांट का हवाला दिया. कपिल सिब्बल ने कहा कि लालू प्रसाद यादव का किडनी ट्रांसफर किया गया है. सीबीआई अब चाहती है कि वह जेल जाएं.
चारा घोटाला मामले में मिली थी सजा
लालू प्रसाद के मुख्यमंत्री रहते हुए बिहार के पशुपालन विभाग में करोड़ों रुपये का चारा घोटाला हुआ था. 1996 में ये घोटाला सामने आया था. पटना हाई कोर्ट के निर्देश पर इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी.बताते चलें कि लालू यादव पर चारा घोटाले से जुड़े 5 मामले हैं. पांचों मामलों में उनपर दोषी साबित हो चुके हैं. लालू यादव को पांचवे मामले में बीते साल सीबीआई की विशेष अदालत ने उनको पांच साल की सजा सुनाई थी.
केंद्र सरकार लालू प्रसाद को परेशान कर रही है- सीएम
सीबीआई की मांग पर बिहार में सियासी हलचलें तेज हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव को बेवजह परेशान किया जा रहा है. केंद्र की बीजेपी सरकार में बैठे लोग सभी को परेशान कर रहे हैं.इधर, बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार के आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की सुनवाई पर ‘बेचारे’ वाले बयान पर जमकर हमला बोला है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि नीतीश कुमार ने ही लालू यादव को जेल भेजने का काम किया है. नीतीश कुमार के नेताओं ने ही लालू प्रसाद को चारा घोटाले में जेल भेजवाया था. जो हो रहा है वह सब सीएम की ही कृपा है. उन्होंने आगे कहा कि जेडीयू के नेता शरद यादव,आरजेडी के नेता शिवानंद तिवारी और जेडीयू के ललन सिंह ने ही लालू यादव के खिलाफ सीबीआई को सबूत दिए थे.