अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने जा रहा है. इस दिन मां जानकी की धरती से निकली लव-कुश यात्रा भी राम की नगरी पहुंचेगी. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर लव- कुश समाज द्वारा लव कुश रथ यात्रा को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मंगलवार को भाजपा के पटना स्थित प्रदेश कार्यालय से भगवा झंडी दिखाकर रवाना किया.
‘सबके सिया, सबके राम’ स्लोगन के साथ निकला लव-कुश रथ विहार के सभी जिलों से होते हुए 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगा. रथ रवानगी के वक्त भाजपा कार्यालय के पास भाड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने खूब जश्न मनाया. इस दौरान वहां मौजूद किन्नर समाज के लोगों ने भी नाच-नाचकर इस यात्रा की रवानगी का जश्न मनाया.
वहीं इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि देश के सनातनी 500 वर्षों से उस दिन का इंतजार कर रहे थे जब उनके भगवान श्री राम भव्य राम मंदिर में पहुंचे. उन्होंने कहा कि राम सब के हैं और भव्य मंदिर स्थापना और प्रभु के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सब के जाने का आग्रह लव कुश रथ यात्रा के माध्यम से किया जायेगा.
सम्राट चौधरी ने कहा कि लव कुश समाज सभी को अयोध्या चलने का आह्वान कर रही है, लेकिन कोई जाना चाहता है, कोई नहीं जाना चाहता है. उन्होंने कहा कि बिहार माता जानकी की धरती है. बिहार और अयोध्या का पुराना रिश्ता है.
इस कार्यक्रम में झांकी भी निकाली गई, जिसमें बच्चे भगवान राम, मां जानकी, लक्ष्मण और हनुमान का रूप धरे राम दरबार प्रस्तुत कर रहे थे.
मौके पर विधान परिषद में विपक्ष के नेता हरि सहनी, पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, संजीव चौरसिया, एमएलसी अनिल शर्मा, राजेंद्र गुप्ता और विधायक कृष्ण पटेल उपस्थित थे.यह यात्रा पार्टी के वरिष्ठ नेता जेपी वर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के सभी जिलों में पहुंचेगा.
बता दें कि 22 जनवरी को श्री राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान मंदिर कर गर्भ गृह में महज 10-12 लोग ही रहेंगे. गर्भगृह में लगभग 40 मिनट तक पूजा होगी. इसमें से लगभग 20 मिनट में पीएम मोदी रामलला का षोडशोपचार पूजन करेंगे.
अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के एक सप्ताह पहले ही कार्यक्रम शुरू हो जाएगा. सबसे पहले 16 16 जनवरी को विष्णु पूजा एवं गोदान होगा. इसके अगले दिन 17 जनवरी को रामलला की प्रतिमा को नगर में भ्रमण कराया जाएगा.
18 जनवरी को भगवान गणेश, वरुण देव और वास्तु पूजन किया जाएगा. वहीं, 19 जनवरी को मंत्रोच्चारण से हवन कुंड में अग्नि प्रज्जवलित की जाएगी.
20 जनवरी को 81 कलशों में एकत्रित विभिन्न नदियों के जल से मंदिर को पवित्र किया जाएगा और फिर वास्तु शांति अनुष्ठान के साथ रामलला की मूर्ति का जलाभिषेक होगा.
21 जनवरी को यज्ञ और हवन के बीच रामलला 125 कलशों से दिव्य स्नान करेंगे और 22 जनवरी को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन होगा.
इधर, रविवार को पटना के मानस मंदिर विजयनगर में विधि विधान से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र प्राण प्रतिष्ठा समिति अयोध्या द्वारा भेजे गये पूजित अक्षत को छोटे-छोटे पैकेट में भक्तों द्वारा भरा गया. अब यह पैकेट 15 जनवरी तक सभी के घरों में पहुंचेगा. इस पैकेट के साथ लोगों को निमंत्रण पत्र भी अयोध्या दर्शन के लिए दिया जायेगा.
Bihar News: बिहार गौरव पार्क, कबाड़ से बनेगा कमाल, पटना में ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर नया आकर्षण
Bihar News: पूरा होगा, ग्रेटर पटना का सपना. पटना समेट 11 शहरों में बनेगी नोएडा जैसी टाउनशिप
BPSC TRE: बिहार में डोमिसाइल का लाभ लेने के लिए निवास प्रमाण पत्र काफी नहीं, जमा करना होगा ये दस्तावेज
बिहार में अदाणी ग्रुप का सबसे बड़ा निवेश, भागलपुर के पीरपैंती में लगायेगा अल्ट्रा थर्मल प्लांट