मधेपुरा. बिहार विधान परिषद के माॅनसून सत्र में मधेपुरा के सपूत श्रद्धेय भूपेंद्र नारायण मंडल को भारतरत्न देने की मांग उठी. विधान परिषद सदस्य डाॅ अजय कुमार सिंह ने संकल्प के माध्यम से बिहार विधान परिषद में इस मांग को उठाते हुये केंद्र सरकार से सिफारिश का अनुरोध किया. विधान पार्षद ने भूपेंद्र बाबू को समतामूलक समाज के सपनों को साकार करने वाले नायक बताया. भूपेंद्र बाबू महान स्वतंत्रता सेनानी, विधानसभा सदस्य, लोकसभा सदस्य व राज्यसभा सदस्य के रूप में समाज में एक बड़ी लकीर खींची. उनके सामाजिक व राजनैतिक योगदान को देखते हुये मधेपुरा के विश्व विद्यालय का नामकरण भूपेंद्र नारायण मंडल के नाम पर तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू यादव ने किया. गौरतलब है कि वे मधेपुरा रानीपट्टी के बड़े जमींदार परिवार के होते हुये फकीरों का जीवन जिया. विधान पार्षद ने सदन को बताया कि डाॅ लोहिया ने एक बार कहा कि मैंने समाजवाद को ढाला और भूपेंद्र बाबू ने उसे जिया. वर्ष 1940 में भूपेंद्र बाबू ने मधेपुरा में छुआछूत मिटाओ आंदोलन चलाया. वर्ष 1959 में अखिल भारतीय सोशलिस्ट पार्टी के अध्यक्ष का दायित्व का निर्वहन किया. विधान पार्षद डाॅ अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य सरकार को श्रद्धेय भूपेंद्र बाबू को भारत रत्न देने प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजना चाहिये. हमें भी भूपेंद्र बाबू के विचार से नई पीढ़ी को अवगत कराना चाहिये.
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