मधेपुरा.
केंद्राधीक्षक ने जब खोजबीन की गयी, तो एक युवक संदिग्ध स्थिति में घूमता पाया गया. पूछताछ के दौरान वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था, लेकिन पूछताछ में उसने अपना नाम अतुल कुमार पिता – अरुण कुमार, ग्राम-घोड़ासहन, पूर्वी चंपारण बताया. उसके पास मौजूद आधार कार्ड में नाम राजन कुमार अंकित था, लेकिन फोटो अतुल कुमार का था. उसने स्वीकार किया कि वह असली परीक्षार्थी राजन कुमार के बदले परीक्षा देने आया था.
पूछताछ में बिमलेश कुमार ने यह स्वीकार किया कि उसने यह कार्य पंकज कुमार, रोबिन व दीपक मिश्रा के कहने पर तथा आर्थिक लाभ के लिए किया. यह एक सुनियोजित साजिश थी, इसमें फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल कर दूसरे के स्थान पर परीक्षा दिलवाने की कोशिश की गयी.
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