बड़गांव से तेपरी तक तटबंध जर्जर होने की भेजी गयी रिपोर्ट प्रतिनिधि, बंदरा बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि शुरू होते ही नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. बूढ़ी गंडक नदी का बांया तटबंध कई जगहों पर जर्जर है. करीब पांच वर्ष साल पहले बड़गांव में टूटे रिंग बांध की अभी तक मरम्मत नहीं करायी गयी है. सामाजिक कार्यकर्ता धीरज कुमार, श्यामकिशोर बताते हैं कि बाढ़ आने से पहले यदि जर्जर बांध की मरम्मत नहीं की गयी तो बाढ़ के समय पानी के दबाव को बांध सहन नहीं कर पायेगा. फिलहाल बांध किनारे के पेड़ों व झाड़ियों को काट कर रख दिया गया है. जरंगी से रतवारा, तेपरी तक बांध की स्थिति दयनीय है. दर्जनों स्थानों पर बांध क्षतिग्रस्त है. सबसे ज्यादा खतरनाक स्थिति सिमरा, रामपुर महिनाथ व पिरापुर में है. इन स्थानों पर नदी के पानी का बांध पर दबाव बढ़ते ही रिसाव शुरू हो जाता है. पूर्व में पिरापुर और रामपुर महिनाथ में रिसाव के बाद बांध टूटने की अफवाह पर भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. इधर, अंचल कार्यालय द्वारा बड़गांव से तेपरी तक छोटे-बड़े कुल 10 रेन कट को चिन्हित कर रिपोर्ट भेजी गयी है़
संबंधित खबर
और खबरें