– सुबह में मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद करने से पानी के लिए हाहाकार – जिस इलाके की बिजली बंद होती है वहां नगर निगम के पानी पंप हाउस से जलापूर्ति हो जाती ठप वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में पड़ रही भीषण गर्मी ने बिजली व्यवस्था को पूरी तरह चरमरा दिया है. लोड बढ़ने से डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगातार फॉल्ट हो रहे हैं, जिससे बिजली की ट्रिपिंग आम बात हो गई है. ऊपर से, बिजली कंपनी द्वारा प्रतिदिन एक-दो फीडर की बिजली तीन से चार घंटे तक मेंटेनेंस के नाम पर बंद (शटडाउन) की जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं का जीना दूभर हो गया है. सबसे बड़ी समस्या तब आती है जब यह शटडाउन सुबह के समय होता है, क्योंकि इससे घरों में बिजली के साथ-साथ पानी के लिए भी हाहाकार मच जाता है. जिन इलाकों में सुबह बिजली गुल होती है, वहां नगर निगम के पंप हाउस से होने वाली जलापूर्ति भी ठप हो जाती है. कई बार शटडाउन की सूचना नहीं मिल पाती, जिससे परेशानी और बढ़ जाती है. लगातार दो से तीन घंटे बिजली गुल रहने और हर घंटे-डेढ़ घंटे पर ट्रिपिंग के बावजूद लंबे शटडाउन से लोग त्रस्त हैं. शाम 5 बजे से देर रात तक बिजली की आवाजाही लगातार बनी रहती है. लोड कम नहीं हो रहा. 350 मेगावाट से अधिक खपत बिजली कंपनी भले ही कुछ भी दावा करे, लेकिन बिजली की आवाजाही थम नहीं रही है. बीते करीब एक सप्ताह से जिले में पिक आवर (अधिकतम खपत) के दौरान बिजली का लोड 350 मेगावाट से अधिक रहा है, जो अधिकतम 360 मेगावाट के आसपास तक पहुंचा है. उपभोक्ताओं की शिकायत है कि रात में फॉल्ट होने पर शिकायत नंबर (कॉल सेंटर) का फोन अक्सर व्यस्त रहता है या उठता नहीं है, जिससे वे अपनी समस्या बता नहीं पाते. कई जेई (जूनियर इंजीनियर) भी फोन नहीं उठाते. ग्रामीण इलाकों में तो स्थिति और भी खराब है. जिले भर में ग्रामीण क्षेत्रों में रोज कुछ न कुछ स्थानों पर बिजली कटौती के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रतिदिन औसतन दो से चार ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं, इसके अलावा केबल जलने, जंपर कटने और फ्यूज उड़ने जैसे फॉल्ट की संख्या भी बढ़ रही है. लोड बढ़ने पर कई बार वोल्टेज की समस्या भी उत्पन्न होती है. उपभोक्ता यहां करें शिकायत: माड़ीपुर ऑफिस (24×7 कॉल सेंटर): 0621-2210001, 2, 3, 4 9264456401, 9264456432 सर्किल ऑफिस (पूर्वी डिवीजन): 9264456400
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