Muzaffarpur: आरडीएस कॉलेज स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के तत्वावधान में गुरुवार को “रिसर्च मेथोडोलॉजी इन हिस्ट्री” विषय सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता के तौर पर विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के प्राध्यापक डा. गौतम चंद्रा ने ग्रीको-रोमन काल से उत्तर- आधुनिकता तक इतिहास के शोध पद्धति में आए परिवर्तन, निरंतरता और विकास क्रम के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि इतिहास विषय में शोध पद्धति की शुरुआत हेरोडोटस की पुस्तक “द हिस्टोरीएस” से हुई, जब सर्वप्रथम मानव समाज के अतीत को लिखने के लिए स्रोत पर आधारित वस्तुनिष्ठ लेखन की वकालत की गयी. लेकिन मध्यकाल में चर्च और धर्म के प्रवाह में वस्तुनिष्ठता का स्थान आत्मनिष्ठता ने ले लिया.
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