दूसरी ओर सीएन काॅलेज साहेबगंज से डेयरी फार्म कोर्स संचालन का प्रस्ताव भेजा गया है. वहीं आरबीबीएम काॅलेज में पांच नये सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव भेजा गया है. इसमें ब्यूटीशियन केयर, मधुबनी पेंटिंग, क्लीनिकल साइकालोजी एंड काउंसिलिंग, मशरूम कल्चर और सर्टिफिकेट कोर्स इन गीता समेत अन्य कोर्स शामिल हैं. दूसरी ओर पिछले वर्ष भी काॅलेज की ओर से करीब 11 वैल्यु एडेड कोर्स के संचालन की प्रस्ताव भेजा गया था.
मशरूम को उगाने की नये तकनीक से मिलेगी ट्रेनिंग
पीजी बॉटनी विभाग में मशरूम को उगाने की उन्नत तकनीक की ट्रेनिंग दी जाएगी. विभाग में उगाए जाने वाले मशरूम को बाजार में बेचा जाएगा. इससे विभाग अपना आंतरिक स्त्रोत को बेहतर कर सकेगा. पीजी बाटनी विभाग में इसी विधि का इस्तेमाल कर मशरूम का स्पान या बीज तैयार किया जाएग. विशेषज्ञों की माने तो मशरूम की खेती में उपयोग होने वाले बीज को स्पान कहते हैं. यह एक प्रकार का वानस्पतिक बीज है जिसे सावधानी से वैज्ञानिक विधियों से प्रयोगशाला में तैयार किया जाता है. बेहतर गुणवत्ता का उत्पादन होने पर इसका सप्लाई भी किया जा सकेगा.
एलएनटी कालेज में सेल्फ फाइनेंस मोड के कोर्स शुरू होंगे
एलएनटी कालेज में सेल्फ फाइनेंस मोड के कोर्स के साथ-साथ वोकेशनल कोर्स शुरू करने किए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है. सेल्फ फाइनेंस मोड में समाजशास्त्र, भूगोल और संगीत की पढ़ाई शुरू होगी. वहीं बीबीए और बीएमसी कोर्स शुरू किए जाने का भी प्रस्ताव है.
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