वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर जिले में पड़ रही भीषण गर्मी ने बच्चों और बुजुर्गों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. ओपीडी में डायरिया, बुखार और खांसी के सर्वाधिक मामले सामने आ रहे हैं. पिछले तीन दिनों में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में 202 बच्चे डायरिया से पीड़ित पाये गये, जबकि पिछले सप्ताह यह आंकड़ा 144 बच्चों का था. गंभीर हालत वाले बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) के शिशु वार्ड में रेफर किया जा रहा है. जिसके चलते बच्चा वार्ड एक बार फिर फुल होने के कगार पर है. तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचने के साथ ही बीमारियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. बच्चों में बीमारी का खतरा विशेष रूप से बढ़ गया है. सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक बीमार बच्चों की भारी भीड़ देखी जा रही है. बड़ी संख्या में बच्चे उपचार के लिए पहुंच रहे हैं. जिनमें सर्द-गर्म (वायरल), उल्टी, दस्त, त्वचा और सांस संबंधी रोगों से पीड़ित बच्चे शामिल हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. चिन्मयी शर्मा ने बताया कि इलाज के लिए पहुंचे कुल 88 मरीजों में से 36 बच्चे थे. जिनमें से कुछ को त्वचा संबंधी परेशानियां थीं. आंखों में संक्रमण भी बढ़ा भीषण गर्मी के कारण कंजक्टिवाइटिस यानी आंखों के संक्रमण की समस्या भी बढ़ रही है. नेत्र रोग विशेषज्ञों ने बताया कि गर्मी में आंखों की उचित देखभाल न होने से संक्रमण हो जाता है. उन्होंने सलाह दी है कि लोग आईड्रॉप व एलर्जी की दवा साथ रखें. दिन में तीन-चार बार आंखों को धोते रहें और धूप में चश्मा लगाकर ही निकलें. यदि तकलीफ बढ़े तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है.
संबंधित खबर
और खबरें