जिले में सुखाड़ से निबटने के लिए कृषि फीडर से 16 घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति करनी है. इसके साथ ही नहर में पानी की उपलब्धता को लेकर लगातार मॉनीटरिंग के लिए संबंधित पदाधिकारियों को अलर्ट किया गया है. जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को कृषि टास्क फोर्स की बैठक में कई अहम निर्देश दिये गये. जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया गया कि औसत वार्षिक निर्धारित वर्षापात 1135.2 मिमी है. इस वर्ष अब तक 537.5 मिमी बारिश हुई है. डीएम ने बताया कि जिले में अभी अच्छी बारिश हुई है. धान की बुवाई का काम तेजी से हो रहा है. आकस्मिक फसल योजना के लिए निर्देश दिया कि दस दिनों के बाद भूमि का सत्यापन कर योजना के लिए बीज की मांग राज्य स्तर से की जायेगी. कृषि विभाग ने बताया कि जिले में बिहान एप की रिपोर्ट के अनुसार कुल फसल का अाच्छादन 68.62 प्रतिशत है. इसमें धान का अच्छादन 74 प्रतिशत व मक्का का अच्छादन 54 प्रतिशत हो गया है. डीजल अनुदान के लिए कुल 566 ऑनलाइन आवेदन किसानों ने दिये हैं. कृषि समन्वयकों को आवेदनों के नियमित सत्यापन की जिम्मेवारी दी गयी है. साथ ही बंद पड़े नलकूपों का सही से सत्यापन कर अगली टास्क फोर्स की बैठक में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. जीरो टॉलरेंस नीति के तहत संबंधित सभी पदाधिकारियों को भ्रमण व निरीक्षण करेंगे. बैठक में अपर समाहर्ता अजय कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी शीलाजीत सिंह, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण राधे श्याम कुमार, सहायक निदेशक उद्यान डा. तारिक असलम उपस्थित थे.
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