राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र में तीन दिवसीय प्रशिक्षण प्रतिनिधि, मुशहरी राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र द्वारा आयोजित और बामेती, पटना द्वारा प्रायोजित लीची बाग में अपनायी गयी सर्वोत्तम कृषि पद्धतियां विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया 10 से 12 मार्च तक हुए प्रशिक्षण में बिहार के 10 जिलों के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं सहायक तकनीकी प्रबंधक और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया. कुल 20 प्रशिक्षणार्थियों ने कार्यक्रम में भाग लिया. प्रशिक्षणार्थियों को लीची बाग में पोषक तत्व प्रबंधन की तकनीकों, मृदा परीक्षण, उर्वरकों का संतुलित उपयोग, जैविक एवं अकार्बनिक उर्वरकों का समन्वय तथा सूक्ष्म पोषक तत्वों की भूमिका के बारे में बताया गया. प्रशिक्षण में मुजफ्फरपुर से प्रखंड सहायक तकनीकी प्रबंधक अनुपमा भारती व प्रगतिशील किसान राजेश कुमार श्रीवास्तव, मधुबनी से एटीम ब्रजेश कुमार पाल व प्रगतिशील किसान सुमन सौरभ, समस्तीपुर से एटीम रंजीत कुमार रंजन व प्रगतिशील किसान नीरज कुमार सिंह, सीवान से एटीम अखिलेश कुमार वर्णवाल व प्रगतिशील किसान बन्नू कुमार यादव, बेगूसराय से एटीम मुकुल कुमार व प्रगतिशील रामकांत महतो, पूर्वी चम्पारण से एटीम सुश्री पूजा सैनी व प्रगतिशील किसान राम कुमार, वैशाली से एटीम शिव प्रकाश व प्रगतिशील किसान नीरज कुमार सिंह, सीतामढ़ी से एटीम पंकज कुमार शर्मा व प्रगतिशील किसान प्रभाकर कुमार सारण से बीटीएम सत्यम, प्रगतिशील किसान मनीष कुमार सिंह आदि लोगों ने भाग लिया. प्रशिक्षण के समन्वयक के रूप में केंद्र के वैज्ञानिक ई. अंकित कुमार थे. समापन समारोह के अवसर पर केन्द्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विनोद कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अभय कुमार, वैज्ञानिक डॉ. प्रभात कुमार, वरिष्ठ तकनीकी सहायक उपज्ञा साह, परियोजना सहायक श्याम पंडित एवं चमन कुमार उपस्थित थे.
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