कांटी.रेपुरा चक बरकुरबा ब्रह्मस्थान पर नौ दिवसीय श्री शतचंडी महायज्ञ सह रामकथा महोत्सव के अंतिम दिवस सोमवार को रामकथा में राम राज्याभिषेक का प्रसंग सुन श्रोता गदगद हो गए.महायज्ञ समिति के संयोजक संजय ठाकुर, अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, सचिव महंत मृत्युंजय दास एवं उपाध्यक्ष सह जदयू के जिला महासचिव चंदन ठाकुर ने बताया कि अंतिम दिन 80 बरुआ का विधिवत उपनयन संस्कार विद्वान पंडितों के आचार्यत्व में संपन्न हुआ.उन्होंने बताया कि प्रातः कालीन पूजा अर्चना यज्ञाचार्य पंडित ऋषिकेश उपाध्याय और विद्वान पंडितों ने मुख्य यजमान कमलेश चौधरी, शैलेश कुमार सिंह, गोपाल ठाकुर के द्वारा विधिवत षोडशोपचार पूजन कराया.उसके बाद उपनयन संस्कार का कार्यक्रम प्रारंभ हुआ.संध्याकालीन पूजन और आरती के बाद मानस मर्मज्ञ कथावाचक मनीष माधव महाराज ने प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का प्रसंग सुना भाव विभोर कर दिया.व्यासपीठ से मनीष माधव महाराज ने कहा कि लंका पर विजय प्राप्त करके प्रभु राम सिया संग अवधपुरी को लौटे हैं.संग में लखन लाल जी, विभीषण जी, हनुमान जी, अंगद जी, जामवंत जी सहित पूरे परिकर के साथ अवधपुरी को पहुंचे हैं.भैया भरत जी को देखकर प्रभु श्री राम भाव विभोर हो रहे हैं.प्रभु भरत जी को उठाकर गले से लगाए हैं.मनीष माधव द्वारा भरत मिलाप का प्रसंग सुन श्रोता भाव विभोर हो गए.अयोध्या के जितने भी नर- नारी, बालक, वृद्ध हैं वे भगवान श्री राम को देख बड़े ही हर्षित हो रहे हैं. वशिष्ठ जी आए हैं और प्रभु राम को ऊंचे स्थान पर बिठाकर राज्याभिषेक किए हैं.इस मौके पर झारखंड से आए फलाहारी बाबा, पूर्व मंत्री सह भाजपा के कद्दावर नेता सुरेश कुमार शर्मा, कांग्रेस नेता कौशल किशोर चौधरी, लोजपा नेता शशि कुमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष मड़वन गुड़िया गुप्ता, कृष्णनंदन ठाकुर, संजय कुमार ठाकुर, तारकेश्वर चौधरी, राम पुकार ठाकुर, कुंजन कुमार, चंदन मिश्रा, राजकुमार राम, सुनील राम, विकास सिंह, हेमंत राज, बिनोद राम सहित हजारों लोग मौजूद रहे.
संबंधित खबर
और खबरें