मुजफ्फरपुर. प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग से चयनित अलग-अलग विषयों के सहायक प्राध्यापकाें के अनुभव व दिव्यांगता प्रमाणपत्र में गड़बड़ी की शिकायत निगरानी से की गयी है. इसमें फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर विश्वविद्यालयाें में योगदान देने की शिकायत की गयी है. शिकायत के बाद विश्वविद्यालयों में अबतक इसकी जांच शुरू नहीं हो सकी. अब निगरानी इसकी जांच शुरू करेगा. आयाेग की ओर से नियुक्ति में फर्जी प्रमाण पत्राें के उपयाेग किए जाने की आशंका व्यक्त की गयी थी. जिले के राकेश कुमार ने बताया कि अनुभव प्रमाण पत्र पर 10 अंक निर्धारित हैं. बड़ी संख्या में अभ्यर्थियाें ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर आवेदन किया है. दिव्यांगता प्रमाणपत्र और इडब्ल्यूएस कोटि के गलत प्रमाणपत्र भी लगाये गये हैं. ऐसे में निगरानी जांच के लिए शिकायत की गयी है. जांच के बाद बड़ी गड़बड़ी पकड़ में आयेगी.
संबंधित खबर
और खबरें