फोरलेन में परिवर्तित होगा रामदयालु पुल
बता दें कि पहले से निर्मित रामदयालु पुल को भी फोरलेन में परिवर्तित करना है. पुल निर्माण निगम ने आरओबी का जो डिजाइन बनाया था उससे रामदयालु पुल का डिजाइन भी प्रभावित हो रहा था. एनएचएआइ से इसके लिए एनओसी भी नहीं ली गई थी. इस विषय को लेकर पुल निर्माण विभाग और एनएचएआइ के अधिकारियों ने करीब 10 बैठकें की है. इन बैठकों में मुख्य रूप से आरओबी और फोरलेन सड़क की डिजाइन में बदलाव करने और एनओसी देने पर चर्चा हुई थी लेकिन अंत में बात नहीं बनी. अब फाइनल है कि एनएचएआइ ही रामदयालु आरओबी का निर्माण करेगा.
एक सप्ताह में लगेगी अंतिम मुहर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनएचएआइ के परियोजना निदेशक ने बताया कि मुजफ्फरपुर-बरौनी फोरलेन का निर्माण हम लोग करा रहे हैं और यह आरओबी भी उसी का एक हिस्सा होगा, तो ऐसे में अलग-अलग विभाग निर्माण क्यों कराएगा. उन्होंने कहा कि हमलोग अपने अनुसार इसका निर्माण कराएंगे. उन्होंने फिर कहा कि इगर दोनों विभाग इसका निर्माण कराती है तो सामंजस्य बैठाना मुश्किल होगा. इस पर अंतिम मुहर एक सप्ताह में लग जाएगी और यह परियोजना एनएचएआइ को सौंप दी जाएगी.
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कैबिनेट में मिल चुकी है स्वीकृति
बता दें कि रामदयालु आरओबी का पिछले जनवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिले की प्रगति यात्रा के दौरान अवलोकन किया था. उसके बाद राज्य कैबिनेट की बैठक में इसे प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी. इसका निर्माण 187 करोड़ रुपये से होना था. राशि आवंटन के साथ-साथ टेंडर भी फाइनल हो गया था.
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