तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार प्रतिनिधि, पारू थाना क्षेत्र के कोइरिया निजामत गांव में रविवार की रात चली गोली लगने से जितेंद्र भगत की मौत होने से लोग गम में डूबे है़ं वहीं भाई दिलीप कुमार ने पारू थाने में आवेदन देकर 15 लोगों को नामजद किया है. वहीं पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों काे गिरफ्तार कर लिया़ आवेदन में कहा है कि मैं रविवार की देर रात कोइरिया निजामत चौक स्थित दवा दुकान पर था़ इसी बीच मेरा भाई जितेंद्र खाना खाने के लिए बुलाने आया. वहीं पूर्व से घात लगाये बैठे अरविंद भगत, शम्भू भगत, सुरेंद्र भगत, राजू भगत समेत 15 लोग हरवे-हथियार से लैस होकर मेरी दवा दुकान पर पहुंच गये़ इसके बाद अरविंद भगत गाली-गलौज करते हुए मेरे भाई जितेंद्र को गोली मार दी तथा मेरे बड़े भाई जय प्रकाश भगत को भी शंभू भगत ने गोली मार दी. अशोक भगत ने मेरे ऊपर जान मारने की नीयत से गोली चला दी, लेकिन गोली मेरी केहुनी को छूती हुई निकल गयी. इसके बाद हम सभी जख्मी हो गये़ मौजूद ग्रामीणों ने इलाज के लिए पारू स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां जितेंद्र की स्थिति नाजुक देख डॉक्टर ने मेडिकल रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान जितेंद्र की मौत हो गयी. पोस्टमार्टम से शव आते ही गांव में मचा कोहराम जितेंद्र का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव आते ही परिजनों कोहराम मच गया. पुत्र अमित, पुत्री अंचल एवं पत्नी रेणु देवी शव से लिपट कर रोती रहे, जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया. मां अपने पुत्र के शव को देखकर बार-बार बेहोश हो जाती थी. गांव में तनाव को देखते हुए सरैया एसडीपीओ कुमार चन्दन, अंचल इंस्पेक्टर मुकेश शर्मा, थानाध्यक्ष मोनू कुमार दलबल के साथ गांव में कैम्प कर रहे हैं. पुलिस अभिरक्षा में शव का दाह-संस्कार किया गया.
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