शाम के 6 बजे हुई घटना, रात के 8 बजे प्लेटफॉर्म, 1,2 व 3 से परिचालन शुरू हुआ, प्लेटफाॅर्म – 4 और 5 देर रात तक रहा बाधित
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जंक्शन के पास आरआरआइ के नजदीक सोमवार शाम करीब 6 बजकर 2 मिनट पर माड़ीपुर से नारायणपुर की ओर जा रही एक मालगाड़ी के दो पहिए पटरी से उतर गए. यह मालगाड़ी कपरपुरा में गिट्टी गिरा कर वापस यार्ड में लौट रही थी, तभी यह दुर्घटना हुई. इस हादसे से कई ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ. जानकारी के अनुसार, दुर्घटना से कुछ देर पहले पहले मालगाड़ी का एक वैगन अचानक ट्रैक से नीचे उतर गया, जिससे वह असंतुलित हो गया. गनीमत रही कि उस वैगन पर मौजूद एक रेलवे ग्रुप-डी कर्मचारी ने स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत कूदकर अपनी जान बचा ली. लोको पायलट ने भी तत्परता दिखाते हुए मालगाड़ी को तुरंत रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. बताया जा रहा है कि मालगाड़ी की गति केवल 10 किमी प्रति घंटे थी, जिसके कारण केवल एक वैगन के दो पहिए ही पटरी से उतरे. यदि गति अधिक होती, तो नुकसान कहीं अधिक भयावह हो सकता था. दूसरी ओर डीआरएम के निर्देश पर तत्काल सोनपुर से एआरटी (दुर्घटना राहत ट्रेन) पहुंची. जिससे चक्कों को हटाया गया. वहीं करीब रात के 8 बजे प्लेटफॉर्म 1, 2 व 3 से गाड़ियों का परिचालन शुरू कर दिया गया. वहीं प्लेटफॉर्म-4 और 5 देर रात तक बाधित रहा. वहीं घटना को लेकर संयुक्त जांच रिपोर्ट भी तैयार किया गया है.
पोरबंदर एक्सप्रेस के साथ कई ट्रेन फंसी
कपरपुरा में ब्लॉक को लेकर पोरबंदर एक्सप्रेस समय से नहीं खुल सकी. उसके बाद शाम हुई घटना के बाद ट्रेन को रि-सिड्यूल कर दिया गया. पांच घंटे से अधिक लेट हो कर रात के 8.48 बजे गाड़ी संख्या-19270 मुजफ्फरपुर-पोरबंदर खुली. गाड़ी संख्या-19602 न्यू जलपाइगुड़ी-उदयपुर सिटी समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर के बीच में फंसी हुई थी, जो 8.11 में जंक्शन से खुली. इसी तरह लिच्छवी एक्सप्रेस को माड़ीपुर आउटर पर रोका गया. समस्तीपुर-सिवान पैसेंजर ट्रेन को सिलौत स्टेशन पर रोका गया. जिससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा. लाइन क्लीयर होने के बाद देर रात तक सभी गाड़ियों को निकाला गया.
घटना से ठीक पहले रूटीन निरीक्षण में पहुंचे थे डीआरएम
घटना से ठीक पहले सोनपुर मंडल के डीआरएम विवेक भूषण सूद जंक्शन पर पहुंचे थे. डीआरएम व सीनियर डीसीएम रौशन कुमार कंबाइंड टर्मिनल का निरीक्षण कर रहे थे. इसी दौरान अचानक डिरेल होने की सूचना मिलने पर वे घटना स्थल पर पहुंचे, उनके साथ इंजीनियरिंग, ऑपरेटिंग, कैरेज, कंस्ट्रक्शन विभाग के अधिकारी, आरपीएफ और जीआरपी की टीमें भी घटनास्थल पर पहुंच कर कैंप की, और राहत एवं बचाव कार्यों में जुट गए. देर रात तक डीआरएम खुद माॅनिटरिंग कर रहे थे.
घटना को लेकर डीआरएम ने कहा
डीआरएम विवेक भूषण सूद ने बताया कि दुर्घटना उस समय हुई, जब मालगाड़ी गिट्टी खाली कर वापस लौट रही थी. उन्होंने कहा, “ब्लॉक लिया गया था, इस दौरान गिट्टी खाली करने के लिए गाड़ी गयी थी. वापस आते समय एक छोटा हादसा हुआ, और गाड़ी के दो चक्के डिरेल हुए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि तकनीकी जांच के बाद ही हादसे का असली कारण पता चल पाएगा.
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