टीकाकरण पर आयोजित सेमिनार में डॉ अरुण शाह ने रखे विचार फोटो – दीपक – 35 उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर. आमगोला रोड स्थित सुख शांति भवन में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय और भारत विकास परिषद के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को बुजुर्गों और वयस्कों के लिये टीकाकरण की जरूरत पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता वरीय बालरोग चिकित्सक डॉ अरुण शाह ने कहा कि टीकाकरण रोग, मृत्यु और विकलांगता को रोकने के लिये कम लागत और अधिक प्रभावशाली हस्तक्षेप में से एक है. यह दुर्भाग्य है कि वयस्क टीकाकरण की उपेक्षा की जाती है. बुजुर्गों के साथ वयस्कों को कवर करने के लिए न तो जागरूकता है और न ही प्रभावी राष्ट्रीय कार्यक्रम.टीकाकरण लोगों को बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण से बचाता है. साथ ही झुंड प्रतिरक्षा प्रणाली के माध्यम से संक्रमण को फैलने से भी रोकता है. यह उन लोगों को अप्रत्यक्ष सुरक्षा प्रदान करता है, जो पहले किसी कारण टीके प्राप्त करने में असमर्थ रहे है. वयस्क जिन्हें खासकर मधुमेह, रक्तचाप, हृदय रोग, दमा, लीवर या गुर्दा का रोग होता है, जिसकी वजह से उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रहती है. 60 वर्ष से अधिक उम्र के के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने की वजह से कुछ गंभीर बीमारियों से बचाने के कई टीका दिलाना अति आवश्यक है, जिससे जीवन को घातक रोगों से बचाया जा सके इसमें प्रमुख फ्लू, निमोनिया, टीडीपी, सिंगल्स, हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस बी वैकसीन है, जो जानलेवा बीमारी से बचाता है. माउंट आबू से पधारे हरगोविंद भाई ने सभी को फादर्स डे की बधाई दी. संचालन समाजसेवी वयोश्रेष्ठ एचएल गुप्ता ने किया. विषय प्रवेश डॉ बीएल सिंघानिया व धन्यवाद ज्ञापन केशव किशोर सिंह ने किया. इस मौके पर मुख्य रूप से डॉ एचएन भारद्वाज, डॉ ललन तिवारी, डॉ देवव्रत अकेला, सीए केके चौधरी, एसपी साह, डॉ संजय पंकज, डॉ फनीश चन्द्र, महेश, पदमा व बबिता मौजूद रही.
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