मधुबनी. बिहार की उच्च शिक्षा निदेशक ने सोचा भी नहीं हाेगा कि महिला शिक्षकों से गुलदस्ता लेना उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी बन जाएगा. जिस महाविद्यालय के कार्यक्रम में वह मुख्य अतिथि बनकर पहुंची वहां की महिला शिक्षकों ने उनका स्वागत किया साथ ही अपना दुख भी रो दिया. निदेशक पर अब अपना वादा पूरा करने की जिम्मेदारी आ गई है. मामला मधुबनी के रामकृष्ण महाविद्यालय का है. रामकृष्ण महाविद्यालय में शनिवार को 83 वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया था. धूमधाम से मनाया जा रहे इस समारोह में उच्च शिक्षा निदेशक डॉ रेखा कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थी. अतिथि शिक्षक डॉ सुषमा भारती, डॉ सोनी कुमारी, डॉ अल्पना, डॉ सपना, डॉ स्नेहा ,डा पूर्णिमा, डॉ नूतन, डॉ दीपा सिंह,डॉ फरहीन आदि ने गुलदस्ता देकर उनका स्वागत किया. साथ ही निदेशक को बताया कि अतिथि शिक्षकों को 10 माह से वेतन नहीं मिला है. इससे घर चलाने में परेशानी हो रही है. घर खाली करने की मिल रही धमकी कई शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें अब मकान मालिक भाड़ा नही देने के कारण मकान खाली करने तक का धमकी दे रहे हैं. बच्चों का स्कूल फीस देना भी मुश्किल हो गया है. यह जबकि हम हम अतिथि शिक्षक कॉलेज की पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ परीक्षा संचालन आदि विभिन्न कार्यों को कर रहे हैं. डॉ रेखा कुमारी ने कहा कि सरकार स्तर पर बातचीत चल रही है. जल्द ही इसका समाधान निकाल लिया जाएगा. महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ अनिल कुमार मंडल ने भी अतिथि शिक्षकों की समस्या पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आग्रह निदेशक से किया.
संबंधित खबर
और खबरें