6 साल से मुस्लिम बनकर मस्जिद में रह रहा था नवीन, पुलिस को लगी भनक और हो गया गिरफ्तार
6 साल से बिहार के जमुई से फरार एक अपराधी ने पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए मस्जिद को अपना ठिकाना बनाया हुआ था. उसने मस्जिद में रहने के लिए अपना नाम तक बदल लिया था और परिवार के लोगों से अक्सर मस्जिद के बाहर मिलता था.
By Prashant Tiwari | May 13, 2025 5:52 PM
6 साल से बिहार के जमुई से फरार एक अपराधी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में मौजूद एक मस्जिद में मुस्लिम बनकर रह रहा था. जब नवीन के देवरिया में छिपे होने की खबर जमुई पुलिस को मिली तो पुलिस वहां पहुंची तब जाकर मामले का खुलासा हुआ. बताया जा रहा है कि नवीन पर जमुई के टाउन थाना और मुंगेर में हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, लूट, डकैती के कई मामले दर्ज हैं, जिसके कारण पुलिस ने उस पर 50 हजार का ईनाम रखा था.
धर्म छिपाकर मस्जिद में रह रहा था नवीन
गिरफ्तारी के बाद जब देवरिया के लोगों को पता चला कि अपराधी का नाम नवीन बनेली पिता स्वर्गीय जयनारायण बनेली है और वह एक हिंदू है. नवीन की सच्चाई जानकर मस्जिद में मौजूद सभी लोग दंग रह गए. वहां मौजूद लोगों के मुताबिक नवीन नमाज पढ़ता था और उसने अपना नाम बदलकर मोहम्मद नियाज रखा हुआ था. पढ़ा लिखा होने की वजह से उसने मस्जिद के हिसाब-किताब से लेकर साफ सफाई, बिजली तक का काम संभाल हुआ था.
जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थानांतर्गत 50 हजार का इनामी अपराधकर्मी एवं हत्याकांड में 06 वर्षों से फरार चल रहे अभियुक्त नवीन कुमार वनैली को #BiharPolice ने किया गिरफ्तार।
उक्त अपराधकर्मी के विरुद्ध जमुई एवं मुंगेर जिले के विभिन्न थानों में कई गंभीर आपराधिक मामले है दर्ज।
अपने काम से आरोपी नवीन ने वहां के लोगों का दिल जीत लिया था, जिसके कारण मस्जिद के कैंपस में ही उसे रहने के लिए घर मिला हुआ था. वह रोज सुबह बाकी मौलवियों के साथ नमा पढ़ता था. हालांकि उसने अपना धर्म परिवर्तन किया या नहीं इसका खुलासा नहीं हो पाया है. जमुई एसपी मदन कुमार आनंद ने बताया कि नवीन बहुत ही शातिर अपराधी है. 65 साल के नवीन पर आखिरी केस 5 साल पहले दर्ज हुआ था.
मस्जिद में मौजूद लोगों के मुताबिक, नवीन लगातार अपने परिवार के लोगों के संपर्क में था. उसके घर से मिलने के लिए भी लोग आते रहते थे. लेकिन वह उनसे कभी मस्जिद परिसर में नहीं मिलता था. वह उनसे शहर में जाकर मिलता था. चूंकी कभी घर के लोग मस्जिद नहीं आए तो वहां मौजूद लोगों को कभी शक नहीं हुआ. (यह खबर हमारी साथी सुमेधा श्री ने लिखी है)