इलेक्ट्रोलाइट्स जांच मशीन उपलब्ध
डीपीएम बीपी वर्मा ने बताया कि मशीन को चलाने के लिए तकनीशियनों को ट्रेनिंग दी जा रही है. राज्य सरकार ने एइएस प्रभावित सभी जिलों के सदर अस्पताल में इलेक्ट्रोलाइट्स जांच मशीन उपलब्ध कराया है. उन्होंने कहा कि पहले एइएस जांच के लिए सैंपल एसकेएमसीएच भेजा जाता था या बच्चों को रेफर किया जाता था. लेकिन अब मशीन लगने के बाद अब यहीं जांच कर बच्चों का प्रोटोकॉल के तरह इलाज किया जायेगा. इसके लिए बेड भी बढ़ाये गये और रोस्टर से डॉक्टरों व नर्स की ड्यूटी भी लगायी गयी है. दवा भी उपलब्ध करायी गयी है. हर दिन इसकी मॉनीटरिंग की जायेगी.
पीकू वार्ड में भर्ती डेढ़ साल के बच्चे में एइएस की पुष्टि
मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच के पीआइसीयू वार्ड में भर्ती पूर्वी चंपारण के केसरिया दिलावरपुर के डेढ़ साल के एक बच्चे में एइएस ही पुष्टि हुई है. उपाधीक्षक सह शिशु विभागाध्यक्ष डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि दिलावरपुर के रहने वाले प्रशांत कुमार के डेढ़ साल के पुत्र अयांश कुमार में एइएस की पुष्टि हुई है. पीड़ित बच्चे की रिपोर्ट मुख्यालय भेजी गयी है.
अबतक 25 बच्चों में एइएस की पुष्टि
पीड़ित बच्चे में हाइपोग्लाइसीमिया की पुष्टि हुई है. इस साल अबतक 25 बच्चों में एइएस की पुष्टि हो चुकी है. इनमें 13 केस मुजफ्फरपुर के, चार मोतिहारी, पांच सीतामढ़ी और अररिया, वैशाली व बेतिया के एक-एक केस शामिल हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बीमार बच्चे का प्राटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है.